तीर्थ पुरोहित समिति ऋषिकेश ने 8 दिसंबर से गंगा मैया को प्रतिदिन त्रिवेणी घाट पर प्रसाद का भोग लगाने के साथ उत्तराखंड के तमाम दूरदराज क्षेत्रों के मंदिरों में प्रतिदिन भगवान की सेवा करने वाले पंडितों पुरोहितों को प्रतिमाह पारिश्रमिक दिए जाने की मांग को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन दिए जाने का निर्णय लिया है।
यह निर्णय 7 दिसंबर को मायाकुंड स्थित जनार्दन आश्रम दंडी बाड़े में तीर्थ पुरोहित के अध्यक्ष महंत विनय सारस्वत की अध्यक्षता और महामंत्री पंडित चेतन शर्मा के संचालन में हुई बैठक में लिया गया।
उत्तराखंड के सभी मठ मंदिरों के पुजारियों को पारिश्रमिक देने की कवायद
बैठक में उपस्थित तीर्थ पुरोहित समिति के सदस्यों ने उत्तराखंड के तमाम मठ मंदिरों में भगवान की सेवा करने वाले पुरोहितों और पंडितों को उसी प्रकार पारिश्रमिक दिए जाने की मांग की, जिस प्रकार मस्जिदों में कार्यरत मौलवियों को वेतन दिया जा रहा है ,उसी प्रकार पंडितों और पुजारियों को भी प्रतिमाह पारिश्रमिक उपलब्ध करवाया जाए, इस मांग को लेकर शीघ्र ही तीर्थ पुरोहित समिति का एक प्रतिनिधि मंडल प्रदेश के मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन भी देगा।
त्रिवेणी घाट पर लगाया जाएगा भोग
इसमें यह भी निर्णय लिया गया कि 7 दिसंबर से तीर्थ पुरोहित समिति द्वारा प्रतिदिन त्रिवेणी घाट पर दोपहर 12:00 बजे गंगा मैया को भोग प्रसाद का भोग लगाया जाएगा, इस भोग प्रसाद की परंपरा पहली बार प्रारंभ होने जा रही है। इसी के साथ तीर्थ पुरोहित के त्रिवेणी घाट पर स्थित कार्यालय में व्यवस्थाओं को सुचारू रूप से चलाए जाने के लिए सभी पंडित एकजुट होकर कार्य करेंगे, इसके लिए बैठक में उपस्थित सभी पुरोहित समिति के सदस्यों को शपथ भी दिलाई गई।
बैठक में ये रहे उपस्थित
बैठक में गंगा राम, मंगल उपाध्याय, विवेक गोस्वामी, ऋतिक शर्माा, चंदन मिश्रा, मधुसूदन शर्मा, यज्ञ दत्त शर्मा ,योगेश शर्मा ,उमा शंकर पांडे गुप्तेश्वर मिश्रा ,हंसराज बलूनी शंभू प्रसाद ,उपाध्याय मुकुंद उपाध्याय, मनीष शर्मा ,सचिन पुरोहित ,रामकृष्ण पाठक, गुरु प्रसाद, पुजारी कैलाश नौटियाल राजेश कटवाल, रामसेवक, शिव प्रसाद उनियाल ,सत्यानंद पठक, अनिरुद्ध पांडे, आदि उपस्थित थे।