सहजनवा दोहरीघाट रेल परियोजना के भूमि अधिग्रहण की तैयारियां शुरू हो गईं हैं। सहजनवा से दोहरीघाट तक पहुंचने के लिए यह रेल लाइन 111 गांवों से होकर गुजरेगी। इनमें गोरखपुर के चार तहसील क्षेत्रों के 104 गांव और मऊ जिले का सात गांव शामिल हैं।
इस रेल लाइन को बिछाने में तीन वर्षों की समयसीमा रखी गई है। रेलवे ने भूमि अधिग्रहण के लिए फिलहाल 50 करोड़ रुपये जारी कर दिए हैं।
ये होगा लाभ
रेल लाइन बनने से गोरखपुर से बनारस की दूरी कम हो जाएगी। लखनऊ, बलिया, छपरा, दिल्ली समेत अन्य महानगरों के लिए भी सीधे रेल सेवा उपलब्ध होगी। इतना ही नहीं, सहजनवां-दोहरीघाट लाइन परियोजना पूर्ण होने से क्षेत्र का पिछड़ापन दूर होगा व क्षेत्र का सामाजिक और आर्थिक विकास तेजी से होगा।
भूमि अधिग्रहण के लिए सर्वे का काम पूरा
जिलाधिकारी विजय किरन आनंद ने बताया कि सहजनवां-दोहरीघाट में भूमि अधिग्रहण के लिए सर्वे का काम पूरा हो गया है। अधिगृहित होने वाले 111 गांवों में से 109 गांव में भूमि अधिग्रहण के कागजात जमा हो चुके हैं। रेलवे ने मुआवजे के लिए जिला प्रशासन को 50 करोड़ रुपये भी दे दिए हैं। भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी होने के तीन साल के भीतर रेल लाइन बिछाने का लक्ष्य रखा गया है।
दो जिलों में होगा जमीन अधिग्रहण
चीफ इंजीनियर पूर्वोत्तर रेलवे श्रीकृष्ण सिंह ने बताया कि अधिगृहित होने वाले 104 गांव (लगभग 483.78 हेक्टेयर) गोरखपुर और 07 गांव (लगभग 43.22 हेक्टेयर) मऊ जिले में हैं।
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