महाराष्ट्र में मुंबई व उसके आसपास के क्षेत्र में कोरोना का संक्रमण बच्चों में बढ़ रहा है। तीन दिनों में बच्चों के संक्रमित होने की दूसरी बड़ी खबर आई है। अब उल्हासनगर के बालसुधार गृह में बच्चे कोरोना पॉजिटिव आए हैं। एक सप्ताह में दो बाल गृहों में कोरोना संक्रमण फैलने से चिंता का माहौल है।
उल्हासनगर बालसुधार गृह के 14 बच्चे कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद उन्हें कोविड-19 केयर सेंटर में भर्ती कराया गया है। ये सभी 12 से 18 वर्ष की आयु के किशोर हैं। उल्हासनगर महानगरपालिका के अनुसार इन किशोर वयीनों के अंदर कोरोना के कोई लक्षण नहीं दिख रहे हैं। इन सभी बच्चों की प्रकृति स्थिर है। इनमें से कुछ बच्चों को बुखार और खांसी थी। जिसके बाद इनकी कोरोना जांच की गई। प्रशासन ने 25 बच्चों का कोरोना टेस्ट करवाया था। जिसमें से 14 नमूने कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। उल्हासनर मनपा के प्रवक्ता ने बताया कि, 10 कर्नचारियों का भी आरटीपीसीआर किया गया है।
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बाल सुधारगृह की प्रमुख डॉ.मोनिका जाधव ने बताया कि सभी बच्चों की स्थिति खतरे से बाहर हैं। उल्हासनगर कैंप नंबर 5 में कुल 5 बाल सुधारगृह हैं, जिसमें सौ के लगभग बच्चे रहते हैं।
मुंबई के आश्रम शाला के 22 छात्रों को लगाम
मुंबई के सेंट जेसोफ स्कूल के 22 बच्चे कोरोना जिटिव मिले थे। जिसमें अलग-अलग आयु वर्ग से हैं। 12 वर्ष से कम आयु के 4 बच्चे, संक्रमित हैं, जिन्हें नायर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसके अलावा 11 किशोरों को रिचर्जसन क्रूडास में बने कोविड वॉर्ड में स्थानांतरिक किया गया था।