केरल के बाद महाराष्ट्र ने कोरोना के बढ़ते मामले को लेकर चिंता बढ़ा दी है। कुछ महीनों की राहत के बाद यहां फिर से नए मामले ज्यादा आने लगे गहैं। हालांकि ठाकरे सरकार इसे रोकने के लिए हर तरह के कदम उठा रही है। वह जहां इस बारे में उचित निर्णय लेने के लिए बार-बार स्टेट टास्क फोर्स के साथ बैठक कर रही है, वहीं लोगों से भी कोरोना के नियमों पर सख्ती से अमल करने की अपील कर रही है।
5 सितंबर को महाराष्ट्र की महाविकास आघाड़ी सरकार ने एक बैठक की, जिसमें राज्य के सात जिलों में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण पर चिंता जताई गई। इन जिलों में कोरोना के मामले सबसे ज्यादा देखे जा रहे हैं।
इन जिलों में सबसे ज्यादा मामले
महाराष्ट्र में एक बार फिर कोरोना के मामले जहां ज्यादा आ रहे हैं, उनमें पुणे, मुंबई, सांगली आदि शामिल हैं। सरकार और प्रशासन के लिए चिंता की बात यह भी है कि अगले 10 सितंबर सो यहां गणेशोत्सव का त्योहार शुरू हो जाएगा। इस त्योहार पर लोगों को रोक पाना काफी मुश्किल है। इसे लेकर विशेषज्ञ बार-बार चिंता जता रहे हैं।
ये भी पढ़ेंः इन्फोसिस नक्सलियों और देशद्रोहियों की कर रही है मदद! पांचजन्य में सनसनीखेज आरोप
तीसरी लहर की दस्तक तो नहीं
5 सितंबर को हुई बैठक में सरकार ने पुणे समेत प्रदेश के सात जिलों मे बढ़ रहे कोरोना को लेकर चिंता जताई। सरकार को इस बात का भी डर सता रहा है कि इन जिलों में बढ़ते कोरोना के मामले तीसरी लहर की दस्तक तो नहीं है? स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी डाटा से पता चला है कि पिछले कई हफ्तों से संक्रमण का दर 5 प्रतिशत से भले ही नीचे रहा है, लेकिन इस हफ्त पुणे, अहमदनगर और सांगली जैसे कुछ जिलों में यह आंकड़ा 6.58 के आसपास पहुंच गया। मुंबई उन टॉप जिलों में शामिल है, जहां कोरोना के मामले सबसे ज्यादा आ रहे हैं।