महाराष्ट्र के पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट( एसआईआई) की कोविशील्ड वैक्सीन को भारत में इमरजेंसी में इस्तेमाल की मंजूरी मिल गई है। यह कंपनी के साथ ही देश के लिए भी गर्व की बात है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद इसके लिए कंपनी और वैज्ञानिकों को बधाई दी है। टेटनस के टीके से शुरू कर आज कोरोना वायरस की वैक्सीन कोविशील्ड बनानेवाली इस इंस्टीट्यूट का इतिहास काफी गौरवशाली है।
टिटनस के टीके से शुरुआत
आज सिरम इंस्टीट्यूट पोलियो वैक्सीन के साथ-साथ डिप्थीरिया, टिटनस, पर्ट्युसिस, एचआईबी, बीसीजी, आर-हेपेटाइटिस, खसरा, मम्प्स और रुबेला के टीके बनाती है। वैक्सीन किंग से नाम से जाने जानेवाले सायरस पूनावाला ने 1967 में टिटनस के टीके से कंपनी की शुरुआत की थी।
खास बातें
- कंपनी ने सस्ते टीकों के उत्पादन के आलाव वर्ष 2004 में इकलौता तरल एचडीसी रैबीज टीका भी तैयार किया था।
- 6 साल बाद कंपनी ने एच1एन1 इनंफ्लूंजा ( स्वाइल फ्लू) का टीका तैयार किया।
- भारत में पोलियो उन्मूलन के लिए जारी कोशिशों के बीच सीरम इंस्टीट्यूट ने 2014 में सस्ते पलियो टीके को भी बाजार मे उतारा
- सस्ते टीकों के निर्माण एवं विपणन के सिलसिले में एसआईआई ने कभी-कभी अधिग्रहण का भी रास्ता अख्तियार किया।
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2012 में नीदरलैंड्स की कंपनी का किया अधिग्रहण
सीरम ने 2012 में नीदरलैंड्स की कंपनी बिल्थोवेन बॉयोजिकल्स का अधिग्रहण किया था। इसके बाद पोलियो टीके का निर्माण का रास्ता साफ हुआ था। यह टीका सुई के तौर पर लगाया जाता था। धीरे-धीरे इस कंपनी ने बच्चों के लिए कई तरह की टीके बनाने शुरू कर दिए। आज दुनिया में करीब 170 देशों में यह कंपनी हर साल 1.5 अरब टीके की खुराक सप्लाई करती है।
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दुनिया के 60 प्रतिशत बच्चों को सीरम की वैक्सीन दिये जाने का दावा
कंपनी का दावा है कि अब तक वह कोरोनावायरस की डेढ़ अरब खुराक बेच चुकी है। यह एक रिकॉर्ड है। एक आंकड़े के अनुसार दुनिया के 60 प्रतिशत बच्चों को सीरम की वैक्सीन जरुर लगी है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन से मान्यताप्राप्त सीरम इंस्टीट्यूट की वैक्सीन 170 देशों में सप्लाई की जती है।
घोड़े के फार्म में बनाया प्लांट
पूनावाला ने पुणे में मौजूद घोड़ों के फार्म में बड़ा वैक्सीन प्लांट बनाया है। भारत के सस्ते लेबर और एडवांस टेक्नोलॉजी को मिलाकर सीरम इंस्टीट्यूट ने गरीब देशों के लिए सस्ती वैक्सीन आपूर्ति करके यूनिसेफ, पैन अमेरिकन हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन का ठेका हासिल किया है।