महिला आरक्षण कानून पर फिर नई कवायद, केंद्र सरकार को सुप्रीम कोर्ट का नोटिस

107

सुप्रीम कोर्ट ने महिला आरक्षण कानून दोबारा संसद के दोनों सदनों में लाने की मांग करने वाली याचिका पर सुनवाई करते हुए केंद्र सरकार को नोटिस जारी किया है। जस्टिस संजीव खन्ना की अध्यक्षता वाली बेंच ने कहा कि ये महत्वपूर्ण मसला है।

नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन वुमन की ओर से दायर याचिका पर वकील प्रशांत भूषण ने कहा कि 25 साल पहले महिला आरक्षण विधेयक पेश किया गया था। याचिका में कहा गया है कि ये विधेयक 2010 में राज्यसभा में पारित कर दिया गया था। लेकिन, लोकसभा भंग होने की वजह से इसका समय समाप्त हो गया और इसे लोकसभा में पेश नहीं किया गया।

यह भी पढ़ें – लखनऊ के होटल में आग: लोगों को निकाला गया, चार लोगों की मौत, बढ़ सकता है मृतकों का आंकड़ा

याचिका में कहा गया है कि महिला आरक्षण बिल को पेश नहीं करना मनमाना है और ये भेदभाव को बढ़ावा देने वाला है। इस बिल पर सभी राजनीतिक दलों की सहमति है। इसके बावजूद इसे संसद में पेश नहीं किया जा रहा है। ऐसे में इसे अनिश्चित काल तक लटकाये रखा जाना ठीक नहीं है।

Join Our WhatsApp Community
Get The Latest News!
Don’t miss our top stories and need-to-know news everyday in your inbox.