महान भारतीय स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रपौत्री और अखिल भारत हिंदू महासभा की अध्यक्ष राजश्री चौधरी ने कहा है कि काला पानी की सजा पाने वाले सावरकर हिंदू राष्ट्रवाद के प्रतीक है। मैं उनका समर्थन करती हूं, वे हमारे पूज्य हैं।
‘अभी भी आजादी अधूरी है’
राजश्री चौधरी ने कहा कि अभी भी आजादी अधूरी है, जब तक कि भारत सनातनी भारत न हो जाए। जब तक सनातनी संस्कृति वापस हमारे ढांचे में नहीं आती है, तब तक ऐसा ही लगता है कि अंग्रेजों का कानून कायम है। कॉमनवेल्थ ऑफ नेशन का सदस्य होने की वजह से हम लोग अभी भी ब्रिटिश रानी के अधीन में हैं। भारत को कामनवेल्थ ऑफ नेशन की सदस्यता खत्म करने की जरूरत है। ऐसा होने के बाद ही पूर्ण रुप से आजादी मानी जाएगी। वे 10 अगस्त को जगतगंज कैलगढ़ कालोनी में मीडिया से रूबरू हुई थीं। उन्होंने श्रृंगार गौरी प्रकरण पर कहा कि यहां जो विग्रह है, वो तो सामने दिख रहे हैं, उसको लेकर लड़ाई का क्या मतलब। जब भी सनातनी संस्कृति को लेकर किसी तरह की बात होती है तो समस्या शुरू हो जाती है। इस पर विवाद बंद होना चाहिए।
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राजश्री चौधरी ने क्या कहा?
राजश्री चौधरी ने कहा कि भारत में इस्लामिक आतंकवाद अपने चरम पर है, जिसका मूल कारण भारत का स्वतंत्रता के समय विभाजन है। उन्होंने कहा कि जितने भी मदरसों में आतंकवादी गतिविधियों में लिप्त लोग पाए जा रहे हैं, उनको तत्काल बंद करा देना चाहिए। प्रदेश में देवबंद को भी बंद किए जाने की आवश्यकता है। प्रधानमंत्री के समक्ष यह मांग रखी जा चुकी है। अब इस दिशा में कार्रवाई हो तो बहुत राहत मिलेगी।
‘पीओके को भारत में लाने की जरुरत’
उन्होंने कहा कि भारत को तत्काल हस्तक्षेप कर पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर को मुक्त कराया जाना चाहिए तथा बलूचिस्तान की आजादी में भी भारत सरकार को मदद करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत के मंदिरों को सरकारी हस्तक्षेप से मुक्त करना चाहिए। भारतीय सभ्यता व संस्कृति के प्रतीक मंदिरों को मुक्त करके उनसे प्राप्त आय को हिंदू धर्म के विकास में खर्च किए जाने की आवश्यकता है। वार्ता में भारतीय जनता पार्टी विधि प्रकोष्ठ काशी क्षेत्र के संयोजक अधिवक्ता शशांक शेखर त्रिपाठी ने नेताजी के प्रपौत्री को उत्तरीय पहना कर व स्मृति चिन्ह देकर स्वागत किया।