Shatchandi Yajna: भले ही कश्मीर के पहलगाम हमले पर भारत की कडी प्रतिक्रिया के बाद ‘युद्ध विराम’ पर सहमत होने के उपरांत भी पाकिस्तान की भारत विरोधी शरारतें विभिन्न प्रकार से जारी हैं । इसलिए भारत-पाक संघर्ष में भारत की विजय सुनिश्चित करने के लिए सनातन संस्था द्वारा आयोजित ‘सनातन राष्ट्र शंखनाद महोत्सव’ में 20 से 22 मई 2025 की तीन दिवसीय अवधि में 25 पुरोहितों द्वारा शतचंडी यज्ञ किया जाएगा । यह यज्ञ सभी नागरिकों के लिए खुला है । देश-विदेश से नागरिक इसमें भाग लेंगे । इस यज्ञ में सहभागी लोग भारत की विजय के लिए प्रार्थना करेंगे, ऐसी जानकारी सनातन संस्था के प्रवक्ता श्री. अभय वर्तक द्वारा दी गई ।
देवभूमि, तपोभूमि, अवतारभूमि और पृथ्वी पर एकमात्र ‘सनातन राष्ट्र भारत’ की रक्षा और विजय के लिए आयोजित होनेवाले शतचंडी यज्ञ में सप्तशती का सामूहिक पाठ, यज्ञ अनुष्ठान, आहुतियां और पूर्णाहुति आदि समाविष्ट हैं। 20 मई को सायं. 4 से रात 8 बजे तक; 21 मई को सवेरे 9.30 बजे से दोपहर 12.30 बजे तक और सायं. 4 बजे से रात 8 बजे तक यह शतचण्ड यज्ञ 22 मई को सवेरे 8.30 बजे से दोपहर 1.30 बजे तक आयोजित होगा ।
शिवकालीन अस्त्र-शस्त्रों के साथ-साथ संतों की पादुकाओं की प्रदर्शनी देखने का सुनहरा अवसर !
इस महोत्सव की कालावधि में सौंदेकर परिवार के प्राचीन शस्त्र, कोल्हापुर के सव्यसाची गुरुकुलम की शस्त्र प्रदर्शनी और पुणे के शिवाई संस्थान की शस्त्र प्रदर्शनी गोवा के शंखनाद महोत्सव स्थल पर अगले तीन दिनों तक रहेगी । इस शस्त्र प्रदर्शनी को 6,000 वर्ग फीट क्षेत्र में भव्य रूप से प्रस्तुत किया गया है । इसके साथ ही, इस अवसर पर श्रद्धालुओं को विभिन्न संतों की पवित्र पादुकाओं के दर्शन करने का भी स्वर्णिम अवसर प्राप्त होगा । इसमें मुख्य रूप से प.पू. गोंदवलेकर महाराजजी, प.पू. गळवणी महाराजजी, समर्थशिष्य कल्याणस्वामी, प.पू. भीमास्वामी महाराज, प.पू. सिद्धारूढ महाराज, प.पू. ब्रह्मानंद महाराज तथा पू. वेणास्वामीजी की पादुका हैं ।