राजस्थान के जालोर जिले के भीनमाल उपखंड के तवाव गांव में 12 वर्षीय बालक 26 मई को खेलते-खेलते बोरवेल में गिर गया। हादसे की जानकारी मिलते ही प्रशासन में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में एक्सपर्ट टीम को बुलाकर रेस्क्यू शुरू किया गया। इस दौरान बागोड़ा निवासी माधाराम ने अपने देसी जुगाड़ से मात्र 20 मिनट में बालक को बोरवेल से बाहर निकाल दिया।
बोरवेल में 12 वर्षीय बालक के गिरने पर मचा हड़कंप
जिले के भीनमाल उपखंड क्षेत्र के पुलिस थाना रामसीन अंतर्गत तवाव गांव में करीब 250 फीट गहरे बोरवेल में 12 वर्षीय बालक के गिरने से पुलिस व प्रशासन में हड़कंप मच गया। हादसे की सूचना पर पुलिस, प्रशासनिक अधिकारी और बड़ी संख्या में ग्रामीण घटना स्थल पर पहुंच गए। बागोड़ा से माधाराम की टीम को भी बुलाया गया, जिन्होंने मात्र 20 मिनट में देसी जुगाड़ कर बोरवेल में गिरे निंबाराम को सकुशल बाहर निकाल लिया। तवाव निवासी जोताराम पुत्र कालाराम चौधरी का पुत्र निंबाराम दोपहर करीब सवा बजे कृषि कुएं पर स्थित करीब 250 फीट गहरे बोरवेल में खेलते समय गिर गया। हादसे की सूचना पर जसवंतपुरा एसडीएम राजेंदसिंह चांदावत, तहसीलदार मोहनलाल सियोल, नायाब तहसीलदार मेहराराम चौधरी, भीनमाल पुलिस उप अधीक्षक सीमा चौपड़ा, भीनमाल सीआई लक्ष्मणसिंह चंपावत, रामसीन सीआई अवधेश सांदू, बागोड़ा सीआई छत्तरसिंह देवड़ा और बागरा थानाधिकारी तेजसिंह सहित बडी संख्या में पुलिस बल घटनास्थल पर पहुंच गया।
90 फीट पर अटका था बच्चा
करीब ढाई सौ फीट बोरवेल में 90 फीट पर बालक अटका हुआ था, जिसके लिए ऑक्सीजन की व्यवस्था की गई। बालक के रेस्क्यू के लिए एक्सपर्ट मेड़ा निवासी माधाराम सुथार की टीम को प्रशासन ने बुलाया। माधाराम अपनी टीम और अन्य संसाधन के साथ पहुंचे और रेस्क्यू शुरू किया। देसी जुगाड़ से माधाराम ने मात्र बीस मिनट में बालक को सकुशल बाहर निकाल लिया। माधाराम ने करीब 90 फीट के तीन पीवीसी पाइपों के अंतिम छोर पर एक कैमरा जोड़कर उसे टी आकार दिया। इसके बाद पाइप को नीचे उतारा गया। कैमरे में देखकर इस टी के आकार को बच्चे की कमर तक पहुंचाया गया। इसके बाद ऊपर से रस्सी को धीरे धीरे खींचा गया। जिसके बाद बच्चा बोरवेल से बाहर निकल आया।