प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 दिसंबर को अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के शताब्दी समारोह में वर्चुअली हिस्सा लिया। उन्होंने इस मौके पर कहा कि आज पूरा विश्व भारत की ओर देख रहा है। भारत क्या कर रहा है और कैसे कर रहा है, इस पर पूरी दुनिया की पैनी नजर है। हमें भारत को वास्तव में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में काम करना चाहिए। यही हमारा उद्देश्य है। कई बार कुछ राजनीतिक मतभेद हो सकते हैं, लेकिन राष्ट्र निर्माण से ऊपर कुछ भी नहीं है।
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पीएम मोदी के संबोधन की खास बातें
- 100 साल पहले स्वतंत्रता प्राप्त करना सभी भारतीयों का एक ही लक्ष्य था, देश को आजादी दिलाना। भले ही व्यक्तिगत विचारों में अंतर हो। इसी प्रकार, आज हमारा साझा आधार भारत को आगे ले जाना और इसे आत्मनिर्भर बनाना तथा राष्ट्र-निर्माण सुनिश्चित करना है।
- मैं अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में आप सभी से यह जानन चााहता हूं कि भारत को कैसे आत्मनिर्भर बनाया जाए और ‘स्थानीय को वैश्विक स्तर पर ले जाने’ के लिए सफलतापूर्वक काम किया जाए। इस बारे में आपके विचारों का हमेशा स्वागत है। मैं चाहता हूं कि आप सभी इस बारे में सोचें कि हम कैसे एक आत्मानिर्भर भारत का निर्माण कर सकते हैं।
- इस महान संस्था के पूर्व छात्रों ने हमारे देश को कई स्वतंत्रता सेनानी दिए हैं। यहां के कई लोगों ने देश को आजादी दिलाने में मदद की और अन्य सभी नागरिकों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहे। वह योगदान हम सभी को हमेशा याद रहेगा।
- इस मौके पर उन्होंने कहा कि अब मुस्लिम लड़कियों के बीच में ही स्कूल छोड़ने की दर 70% से घटकर लगभग 30% हो गई है, और हम इसे और कम करने की दिशा में काम कर रहे हैं।
- महिला सशक्तीकरण किसी भी राष्ट्र को आगे ले जाने के लिए मौलिक है। एक अच्छी शिक्षा वित्तीय सशक्तिकरण की ओर ले जाती है, और वित्तीय सशक्तिकरण से एक महिला स्वतंत्र निर्णय ले सकती है। यह अपने परिवार और राष्ट्र दोनों को आगे ले जाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।
- सभी छात्रों की वर्तमान पीढ़ी को अब भारत को आगे ले जाने और सभी क्षेत्रों में एक वैश्विक नेता बनाने की दिशा में काम करना है। भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए।
- युवाओं को आज राष्ट्र-प्रथम को ध्यान में रखते हुए काम करना चाहिए।
- सरकार शिक्षा का इको-सिस्टम बना रही है। इससे भारत को शिक्षा के क्षेत्र में 21 वीं सदी में अग्रणी होने में मदद मिलेगी।
- सरकार देश के प्रमुख शिक्षण संस्थानों को बढ़ाने के लिए काम कर रही है ताकि अधिक से अधिक छात्रों को सर्वोत्तम शिक्षा मिल सके। 2014 में देश में 16 आईआईटी थे, आज 23 आईआईटी संस्थान हैं। 2014 में, 13 आईआईएम थे, आज 20 हैं। यही हाल मेडिकल शिक्षा का है। 2014 में भारत में 7 एम्स थे, आज 22 एम्स हैं।
- ऑनलाइन शिक्षा हो या ऑफलाइन शिक्षा, सभी तक शिक्षा पहुंचना जरूरी है। यही हमारा लक्ष्य है।
- 100 साल पूरे करने पर, एएमयू जैसे प्रतिष्ठित संस्थान से बहुत उम्मीद है।