प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने 28 सितंबर की सुबह देश की आजादी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले महान महान क्रांतिकारी और महान स्वतंत्रता सेनानी सरदार भगत सिंह की 115वीं जयंती पर उन्हें याद किया। उन्होंने भगत सिंह से जुड़ा वीडियो शेयर कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर लिखा कि मैं शहीद भगत सिंह को उनकी जयंती पर नमन करता हूं। उनका साहस हमें बहुत प्रेरित करता है। हम अपने राष्ट्र के लिए उनके दृष्टिकोण को साकार करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हैं।
अमित शाह ने भगत सिंह को किया याद
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी भगत सिंह की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। शाह ने कहा कि भारत की स्वाधीनता और सुनहरे कल के लिए हंसते-हंसते अपना जीवन बलिदान कर देने वाले अमर शहीद भगत सिंह की जयंती पर उनके चरणों में नमन करता हूं। देशभक्ति, साहस व राष्ट्र समर्पण की मिसाल उनका जीवन युगों-युगों तक देशवासियों को ‘राष्ट्र हित सर्वोपरि’ की प्रेरणा देता रहेगा।
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नामकरण समारोह में शामिल होने की खुशी
केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने भी शहीद भगत सिंह को याद किया। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के रेडियो कार्यक्रम मन की बात का भी जिक्र किया। सीतारमण ने कहा कि मन की बात के 93वें एपिसोड में पीएम मोदी ने कहा था कि महान स्वतंत्रता सेनानी को श्रद्धांजलि के रूप में यह निर्णय लिया गया है कि चंडीगढ़ हवाई अड्डे का नाम अब शहीद भगत सिंह के नाम पर रखा जाएगा। चंडीगढ़ अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के नामकरण समारोह में शामिल होने की खुशी है।
महज 23 वर्ष की आयु में दी गई थी फांसी
उल्लेखनीय है कि शहीद-ए-आजम भगत सिंह का जन्म 28 सितंबर, 1907 को पाकिस्तान के पंजाब में स्थित लयालपुर के बांगा गांव के एक सिख परिवार में हुआ था। भगत सिंह को जब फांसी दी गई थी, तो उनकी उम्र महज 23 वर्ष थी। उनकी शहादत के बाद देशवासियों ने आजादी की लड़ाई में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया था।