मेहुल चोकसी प्रत्यर्पण मामलाः भारत को करना पड़ेगा और इंतजार! जानिये, न्यायालय में क्या हुआ

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पंजाब नेशनल बैंक घोटाले के आरोपी मेहुल चोकसी को भारत लाने के प्रयास जल्दी सफल होते नहीं दिख रहे हैं। इसके लिए भारत को और इंतजार करना पड़ेगा। डोमिनिका के न्यायालय ने उसके भारत प्रत्यर्पण मामले की सुनवाई 14 जून तक टाल दी है। इससे पहले मैजिस्ट्रेट ने मेहुल चोकसी की जमानत याचिका खारिज कर दी थी।

सरकारी वकील ने न्यायालय में कहा था कि चोकसी के खिलाफ भारत में 11 मामले दर्ज हैं और एंटीगुआ में भी उसके प्रत्यर्पण की कार्यवाही की जा रही है। इस स्थिति में उसके भागने की आशंका है। इसके बाद न्यायधीश ने उसकी जमानत अर्जी खारिज कर दी।

बचाने में जुटे चोकसी के वकील
चोकसी के वकीलों ने न्यायालय में दलील दी कि वे मेहुल चोकसी को जमानत दिलाने के लिए 10 हजार डॉलर बॉन्ड भरने को तैयार हैं। उसके वकीलों ने ये भी कहा कि चोकसी एंटीगुआ का नागिरक है। अब न्यायालय ने चोकसी की जमानत पर सुनवाई के लिए 4 जून की तारीख दी है। हालांकि भारत में प्रत्यर्पण और उसके डोमिनिका में अवैध प्रवेश को लेकर अगली सुनवाई 14 जून को होगी।

2 जून को न्यायालय में हुआ था ऐसा
बता दें कि इससे पहले डोमिनिका के न्यायालय ने पीएनबी घोटाले के आरोपी भगोड़े मेहुल चोकसी को भारत को सौंपे जाने के मामले में 2 जून को हुई सुनवाई को 3 जून तक के लिए टाल दिया था। चोकसी ने न्यायालय में कहा था कि वह डोमिनिका में सुरक्षित नहीं है। उसने कहा कि यहां वह पुलिस हिरासत में सुरक्षित नहीं है। एंटीगुआ वापस जाने के लिए जो भी कीमत हो, वह चुकाने को तैयार है।

समर्थन में उतरी पत्नी
इस बीच मेहुल चोकसी को बचाने के लिए उसकी पत्नी प्रीति चोकसी सामने आई है। उसने आरोप लगया है कि उसके पति को प्रताड़ित किया जा रहा है। उसने यह भी कहा है कि उसे एंटीगुआ के कानून पर पूरा विश्वास है।

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मेहुल चोकसी को स्वास्थ्य संबंधी परेशानी
प्रीति चोकसी ने 2 जून को कहा कि उसके पति को स्वास्थ्य संबंधी कई परेशानियां हैं। वे एंटीगुआ के नागरकि हैं। एंटीगुआ और बारबुडा संविधान उन्हें सभी अधिकार और सुरक्षा प्रदान करता है। उसने कैरिबाई देशों के कानून पर विश्वास जताते हुए कहा कि हम एंटीगुआ में उनकी सुरक्षित और सही वापसी का इंतजार कर रहे हैं।

प्रताड़ित करना उचित नहीं
प्रीति चोकसी ने कहा कि मेरे पति के शारीरिक उत्पीड़न और मानवाधिकारों के हनन ने मेरे परिवार को काफी पीड़ा दी है। उसने कहा कि अगर कोई वापस जीवित लाना चाहता है तो उन्हें शारीरिक और मानसिक रुप से प्रताड़ित करने की कोई जरुत नहीं थी।

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ये महिला वो नहीं
उसकी गर्ल फ्रेंड के बारे में उन्होंने कहा कि वह महिला मेरे पति को जानती थी। जब वह एंटीगुआ आती थी तो वह मेरे पति से मिलने आती थी। लेकिन मीडिया चैनलों पर दिखाई गई महिला वही महिला नहीं है, जिसे वे बारबरा के नाम से जानते थे।

डोमिनिका में जांच एजेंसियों की टीम 
बता दें कि भारतीय जांच एजेंसियों की एक टीम डोमनिका गई हुई है। सीबीआई के उप महानिरीक्षक के नेतृत्व में विभिन्न एजेंसियों के अधिकारी इस टीम में शामिल हैं।

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