उत्तर प्रदेश के एटा जिले में प्रशासन की तब फजीहत हो गई जब उन्हें पता चला कि उनके क्षेत्र में एक ग्राम प्रधान पाकिस्तानी है। यह एक महिला है जो पिछले लगभग 40 वर्षों से भारत में रहती हैं। उनके पास भारत का आधार कार्ड, पैन कार्ड भी है।
जलेसर ब्लॉक के गुआडउ ग्राम पंचायत में बानो बेगम नामक महिला अंतरिम ग्राम प्रधान के रूप में चुनी गई थीं। उनके पास सभी भारतीय कागजात मौजूद हैं जिसमें आधार कार्ड, पैन कार्ड शामिल है। लेकिन इस बीच उनकी नागरिकता को लेकर एक व्यक्ति ने शिकायत कर दी। जिसके बाद प्रशासन हरकत में आया और जांच का आदेश हुआ। इस जांच में सामने आया कि बानो बेगम पाकिस्तानी हैं और 35 वर्षों से अधिक समय से भारत के इस गांव में रह रही हैं। वे पाकिस्तानी पासपोर्ट पर लंबे काल के विजा पर रह रही हैं। जांच में आरोप सही पाए जाने पर बानो बेगम को पद से हटा दिया गया है।
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प्रशासन का पक्ष
इस पूरे मामले के संज्ञान में आने के बाद एटा के जिलाधिकारी सुखलाल भारती ने मामले की जांच के आदेश दिये हैं। इसमें महिला द्वारा प्राप्त किये गए आधार कार्ड, पैन कार्ड और सिर्फ भारतीयों को दिये जानेवाले अन्य कागजात कैसे प्राप्त किये ये भी शामिल है।
इटा के पंचायती राज अधिकारी अलोक प्रियदर्शी ने बताया,
बानो बेगम को ग्राम प्रधान के पद से हटा दिया गया है। इस मामले में जांच के आदेश दिये गए हैं। इस मामले में पुलिस को एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया गया है।
कौन है बानो बेगम
बाने बेगम लगभग 40 वर्ष पहले पाकिस्तान से हिंदुस्थान आई थीं। इसके बाद उन्होंने यहां के अख्तर अली से विवाह कर लिया और यहीं लहने लगीं। वे पाकिस्तानी पासपोर्ट पर आई थीं। यहां रहने के लिए उन्हें लंबे समय का विजा मिला है। इस बीच उन्होंने नागरिकता प्राप्त करने के लिए अपना पर्चा भी जमा किया हुआ है।
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2015 के ग्राम पंचायत चुनावों में बानो बेगम को गुआडउ ग्राम पंचायत का सदस्य चुना गया था। ग्राम प्रधान के पद पर शहनाज बेगम चुनी गई थीं। जिनकी 9 जनवरी 2020 को मौत हो गई जिसके बाद बानो बेगम को चर्चा के बाद अंतरिम ग्राम प्रधान नियुक्त किया गया।
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