Operation Sindoor: जब किसी एक व्यक्ति का श्राद्ध करना होता है, तो उसके लिए कुश ( दर्भ) जरुरी होता है, लेकिन जब असंख्य देशवासियों का श्राद्ध करना करना होता है, तो उसके लिए एक मात्र युद्ध ही उपाय होता है। यह बात स्वातंत्र्यवीर सावरकर ने अपने नाटक ‘संगीत उत्तरक्रिया’ में कहा है। ऑपरेशन सिन्दूर पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के प्रति राष्ट्र की प्रतिक्रिया है। हिंदू धर्म में किसी व्यक्ति की मृत्यु के बाद श्राद्ध किया जाता है। श्राद्ध हर वर्ष, हर माह किया जाता है। स्वातंत्र्यवीर सावरकर के पौत्र और स्वातंत्र्यवीर सावरकर राष्ट्रीय स्मारक के कार्याध्यक्ष रणजीत सावरकर ने भावना व्यक्त करते हुए कहा कि वास्त्व में श्राद्ध तो तभी होगा, जब पाकिस्तान को इसी तरह के कदम उठाकर नष्ट कर दिया जाएगा।
22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकवादियों द्वारा आम पर्यटकों पर धर्म पूछकर हमला करने के बाद, भारत ने 6 मई की रात को हवाई हमले करके 9 आतंकवादी शिविरों को नष्ट कर दिया। ऑपरेशन सिंदूर के तहत 9 स्थानों पर हमले किए गए। इसको लेकर पूरे देश में संतोष व्यक्त किया जा रहा है।
हमने आम नागरिकों को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया। सेना ने कहा है कि इस ऑपरेशन में आतंकवादी हमले के षड्यंत्रकारियों को निशाना बनाया गया। भारतीय सेना ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि यह कार्रवाई आतंकियों की कमर तोड़ने के लिए की गई है।
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इस अवसर पर विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने कहा, “पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों और उनके परिवारों को न्याय दिलाने के लिए भारतीय सशस्त्र बलों ने ऑपरेशन सिंदूर चलाया। इस ऑपरेशन के दौरान 9 आतंकवादी शिविरों को निशाना बनाया गया और उन्हें सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया गया।”
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