पटियाला में शिव सैनिकों की तरफ से खालिस्तान विरोधी जुलूस निकालने को लेकर हुए हंगामे को लेकर मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा है कि वे बारीकी से पूरे हालात पर नजर रखे हुए हैं। किसी भी कीमत पर प्रदेश की शांति को भंग नहीं होने दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने ट्वीट कर कहा, “पटियाला में दो गुटों के बीच हुआ विवाद बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। मैंने पूरे मामले पर डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस से विस्तार से बात की है। हम हालात पर बारीकी के साथ नजर बनाए हुए हैं। किसी को भी प्रदेश की शांति भंग करने की इजाजत नहीं दी जाएगी। पंजाब की शांति और एकता सबसे ऊपर है।”
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उल्लेखनीय है कि शिवसेना ने पटियाला में 29 अप्रैल को खालिस्तान विरोधी मार्च निकालने की घोषणा की थी लेकिन साथ ही खालिस्तान समर्थक समूहों ने भी इसका विरोध करने की बात कही थी। उसके बाद भी पुलिस का इसे लेकर अलर्ट ना रहना पुलिस प्रशासन पर बड़े सवाल खड़े कर रहा है। यही वजह है कि आज जब शिवसैनिकों ने खालिस्तान विरोधी जुलूस निकाला तो मौके पर पहुंचे खालिस्तानी समर्थकों ने इसका विरोध करते हुए हंगामा कर दिया। इसके बाद शिवसैनिक और खालिस्तानी समर्थक आमने-सामने आ गए। दोनों तरफ से पत्थरबाजी शुरू हो गई।
हंगामा बढ़ने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों पक्षों को समझाने की कोशिश की लेकिन मामला हाथ से निकलता चला गया। दोनों ओर से जमकर पत्थरबाजी तेज हो गई। हंगामा करने वालों ने पुलिस पर भी पथराव कर दिया तो पुलिस को भीड़ तितर-बितर करने के लिए हवाई फायरिंग करनी पड़ी, जिसमें एक हिन्दू नेता और त्रिपुरी थाने के एसएचओ करमवीर सिंह घायल हो गए।
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