देश के इन रेलवे स्टेशनों पर महिला राज!

घर चलाने से लेकर लड़ाकू विमान उड़ाने तक के क्षेत्र में आज महिलाएं अपना लोहा मनवा रही हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात तो यह है कि अब देश के कई सेक्टर्स में महिलाओं का वर्चस्व है।

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अब विश्व में शायद ही कोई क्षेत्र बचा है, जहां महिलाएं सक्रिय नहीं हैं। घर चलाने से लेकर लड़ाकू विमान उड़ाने तक के सभी क्षेत्र में वे अपना लोहा मनवा रही हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात तो यह है कि अब देश के कई सेक्टर्स में महिलाओं का वर्चस्व है। इसी तरह वे देश के पांच रेलवे स्टेशनों को बहुत ही व्यवस्थित रुप से संचालित कर देश-दुनिया में चर्चा का विषय बनी हुई हैं। इन स्टेशनों पर स्टेशन मास्टर, सुपरवाइडर, टिकट चेकर से लेकर रिजर्वेशन क्लर्क तक की जिम्मेदारी महिलाएं निभाती हैं।

माटुंगा रेलवे स्टेशन
देश की आर्थिक राजधानी मुंबई का माटुंगा रेलवे स्टेशन देश का पहला स्टेशन है, जिसका संचालन पूरी तरह महिलाओं द्वारा किया जाता है। यह स्टेशन मध्य रेलवे के अंतर्गत आता है। महिलाओं द्वारा संचालित किए जाने के कारण इस स्टेशन का नाम लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स 2018 में दर्ज है। इस स्टेशन पर कुल 41 महिलाओं की टीम तैनात है। इनमें आरपीएफ, वाणिज्यिक और परिचालन विभाग की कर्मचारी शामिल हैं।

गांधी नगर रेलवे स्टेशन
राजस्थान की राजधानी जयपुर रेलवे स्टेशन देश का दूसरा स्टेशन है, जिसका संचालन महिलाओं द्वारा किया जाता है। यहां टिकट चेकर से लेकर स्टेशन मास्टर तक कुल 40 महिला स्टाफ तैनात है।

अजनी रेलवे स्टेशन
महाराष्ट्र के नागपुर स्थित अजनी रेलवे स्टेशन देश का तीसरा रेलवे स्टेशन है, जहां महिलाओं का शासन चलता है। यह रेलवे का सेटेलाइट स्टेशन है, जो मध्य रेलवे के अंतर्गत आता है। यह दिल्ली-चेन्नई का महत्वपूर्ण भाग है। यहां से हर दिन लगभग छह हजार यात्रियों का आनाजान होता है। इस रेलवे स्टेशन पर कुल 22 महिलाएं विभिन्न पदों पर तैनात हैं। इनमें स्टेशन मास्टर से लेकर 6 वाणिज्यिक क्लर्क, 4 टिकट चेकर, 4 कुली, 4सफाई कर्मचारी तथा 3 रेलवे सुरक्षा बल की कर्मचारी शामिल हैं।

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मणिनगर रेलवे स्टेशन
गुजरात के अहमदाबाद में स्थित मणिपुर रेलवे स्टेशन देश का चौथा और प्रदेश का पहला रेलवे स्टेशन है, जिसे पूरी तरह महिलाएं संचालित करती हैं। पश्चिम रेलवे के अंतर्गत आने वाले इस रेलवे स्टेशन पर 36 महिलाएं विभिन्न पदों पर तैनात हैं। इनमें 23 वाणिज्यिक क्लर्क, तीन परिचालन कर्मचारी और 10 रेलवे सुरक्षा बल की तैनाती की गई है।

चंद्रागिरी रेलवे स्टेशन
आंध्र प्रदेश स्थित चंद्रागिरी रेलवे स्टेशन का भी संचालन पूरी तरह महिलाएं करती हैं। पूर्व मुख्यमंत्री चंद्राबाबू नायडू के गृह जिले चित्तूर में स्थित यह रेलवे स्टेशन मध्य रेलवे के अंतर्गत आता है। यह देश का पांचवां रेलवे स्टेशन है, जहां महिलाओं का शासन चलता है। इस स्टेशन पर कुल 12 कर्मचारी विभिन्न पदों पर तैनात हैं। इनमें स्टेशन मास्टर, बुकिंग क्लर्क, प्वाइंट्स मैन, सुरक्षा रक्षक और सफाई कर्मचारी शामिल हैं। इस स्टेशन से हर दिन करीब तीन सौ यात्रियों का आनाजाना होता है और औसतन प्रति दिन 5 हजार की आय होती है।

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