महाराष्ट्रः पालघर के पास समु्द्र में मछली पकड़ने पर क्यों लगी रोक? जानने के लिए पढ़ें ये खबर

ताउत चक्रवात के कारण पालघर समुद्री तट के पास फंसे बजरे गाल कंस्ट्रक्टर से तेल रिसाव बढ़ता जा रहा है। इस कारण इस क्षेत्र के समुद्र में मछली पकड़ने पर रोक लगा दी गई है।

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महाराष्ट्र के पालघर तट के पास बजरे गाल कंस्ट्रक्टर से तेल रिसाव बढ़ता जा रहा है। यह पोत 16 मई को भारी बारिश और तूफानी हवाएं चलने के कारण समुद्र में फंस गया था। फिलहाल इस जहाज की निगरानी के लिए दो हेलीकॉप्टर भेजे गए हैं। ये कोस्ट गार्ड के हेलीकॉप्टर हैं। तेल रिसाव के कारण इस क्षेत्र में मछली पकड़ने पर रोक लगा दी गई है।

इस पोत से 50 मीटर क्षेत्र में तेल फैल गया है। इससे निपटने के लिए हर तरह के एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं।
बताया गया है कि इस जहाज पर 80 हजार लीटर डीजल था,लेकिन इस पर कच्चा तेल नहीं था।

जहाज में 80 हजार लीटर डीजल
शिप में क्रेन ऑपरेटर एहसान खान ने बताया कि जहाज में 80 हजार लीटर डीजल है, जिसे निकालने की कोशिश की जा रही है। उनके अनुसार जहाज पत्थर से टकरा गया था, इस कारण उसमें छेद हो गया था। इस वजह से पूरे इंजन में पानी भर गया था। उसके बाद चक्रवात के कारण अलीबाग से ये जहाज बहते-बहते पालघर के समुद्री किनारे पर आ गया।

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जहाज पर थे 137 लोग
खान ने बताया कि हमने जो एंकर डाला था, वो भी ताउते तूफान में टूट गया। जहाज में 137 लोग सवार थे। इन सभी को हेलीकॉप्टर से बचा लिया गया। वे सब काफी डरे हुए थे। लेकिन जब यहां जहाज आकर रुका तो सबकी जान में जान आई। पूरे रास्ते जहाज पर नियंत्रण नहीं था। वह लहरों के सहारे चल रहा था। खान ने बताया कि यहां पथरीली जमीन है। समद्री किनारे पर पत्थर होने के कारण यह पोत यहां फंस गया।

तेल रिसाव रोकने की कोशिश जारी
यह जहाज दास ऑफ शोर और एफकोर्न का है। कंपनी की तरफ से तेल रिसाव को रोकने की कोशिश जारी है। हालांकि अब तक काफी तेल रिसाव हो चुका है। इस कारण जीव-जंतुओं को खतरा पैदा हो गया है।

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