“कानून नहीं, बल्कि पूरी व्यवस्था ही हिंदू विरोधी (Anti-Hindu) है।” इसके लिए सिर्फ कानून (Law) ही नहीं, बल्कि पूरी व्यवस्था (Arrangement) बदलनी होगी, ऐसी मांग अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन (Advocate Vishnu Shankar Jain) ने की है। रविवार (18 मई) को सनातन राष्ट्र शंखनाद महोत्सव (Sanatan Rashtra Shankhnaad Mahotsav) में बोलते हुए उन्होंने यह भावना व्यक्त की। सनातन संस्था के संस्थापक डॉ. सच्चिदानंद परब्रह्म आठवले (Dr. Sachchidanand Parabraham Athawale) की 83वीं जयंती और संस्थान के रजत जयंती वर्ष के अवसर पर यह कार्यक्रम गोवा इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रांगण में आयोजित किया गया है।
अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन ने कहा, “हिंदुओं पर अत्याचार से संबंधित कई मामले अभी भी अदालत में लंबित हैं।” हम सभी को यह निर्धारित करना होगा कि इन मामलों का निर्णय होने में कितना समय लगेगा। आज देश में व्यवस्था हिंदू विरोधी है। जब संसद में वक्फ के संबंध में कोई कानून पारित होता है, तो सुप्रीम कोर्ट उसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिकाओं पर विचार करता है कि इस कानून को कैसे रोका जाएगा; लेकिन संसद द्वारा पारित कानून को रोका नहीं जा सकता। हिन्दुओं के विरुद्ध अनजाने में ही बड़े-बड़े कानून बना दिए गए हैं। अनुच्छेद 29-30 में कई असंवैधानिक त्रुटियाँ हैं। अनुच्छेद 26 के अनुसार मस्जिदों और चर्चों को अधिग्रहण से छूट दी गई है, लेकिन हिंदू मंदिरों के अधिग्रहण पर अनुच्छेद 26 का उल्लंघन होता है। शिव मंदिर को ध्वस्त करने का आदेश देते हुए दिल्ली उच्च न्यायालय ने कहा कि भगवान शिव हमें क्षमा करें! आज देश में हजारों अल्पसंख्यक शिक्षण संस्थान, सुविधाओं का लाभ उठाने के लिए धर्म परिवर्तन करके लोगों को प्रवेश दे रहे हैं। इससे पता चलता है कि न केवल कानून, बल्कि पूरी व्यवस्था ही हिंदू विरोधी है। इसके लिए सिर्फ कानून ही नहीं, बल्कि पूरी व्यवस्था बदलनी होगी।
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विष्णु शंकर जैन ने उठाई ये मांग
सुप्रीम कोर्ट के एक जज के घर से बड़ी मात्रा में धन बरामद होता है, लेकिन वह खुद कहते हैं कि वह जज का पद नहीं छोड़ेंगे। यदि ऐसे न्यायाधीश होंगे तो हिन्दू समर्थक वकील कैसे लड़ सकेंगे? हम अपने पूजा केन्द्रों के प्रति बहुत सहिष्णु और शांतिपूर्ण हैं। आइये हम सब एक स्वर में मांग करें कि हमारे पूजा केन्द्रों को मुक्त किया जाये! विष्णु शंकर जैन ने भी यह अपील की।
सनातन संस्था और हिंदू जनजागृति समिति को धन्यवाद!
शनिवार को सनातन राष्ट्र शंखनाद महोत्सव में भाग लेने के बाद से मुझे ऐसा महसूस हो रहा है कि यहां हिंदू राष्ट्र का एक महान इतिहास रचा जा रहा है। हमने 2013 में हिंदू राष्ट्र सम्मेलन में भाग लिया। सच्चिदानंद परब्रहम डॉ. आठवले से आशीर्वाद लिया। आज हिंदुत्व के लिए हमारी लड़ाई इतनी व्यापक हो गई है, यह केवल गुरुदेव के आशीर्वाद के कारण है! सनातन संस्था और महर्षि आध्यात्मिक विश्वविद्यालय प्रमुख आध्यात्मिक केंद्र बनेंगे। अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन ने सभी हिंदू भक्तों की ओर से सनातन संस्था और हिंदू जनजागृति समिति का आभार व्यक्त किया।
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