इंग्लैंड कोरोना के नए वायरस से पीड़ित है। विश्व के 20 से अधिक देशों ने अपनी विमान सेवाएं सुरक्षा के लिहाज से रोक दी हैं। इसका कारण है कि इंग्लैंड के उत्तर और दक्षिण हिस्सों में कोरोना (सार्स-सीओवी-2) के नए संस्करण से पूरा दुनिया सकते है। इस बीच वैज्ञानिकों ने कोरोना के नए संस्करण के विषय में कुछ नई जानकारियां साझा की है। जो इस प्रकार है…
- यूके कोविड-19 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (सीएजी- यूके) ने कोरोना के भीतर 17 बदलावों का पता लगाया
अधिकतर बदलाव कोरोना के स्पाइक प्रोटीन में - वायरस मानव कोशिकाओं पर चिपककर शरीर में तेजी से संख्या बढ़ाता है
- वैज्ञानिकों का कहना है कि नए स्ट्रेन वीयूआई- 202012/01 की पहली बार पहचान सितंबर में केंट में हुई
- पहले वायरस की तुलना में 70 प्रतिशत ज्यादा तेजी से फैलाव
- नया कोरोना तीस-चालीस सेकेन्ड के संपर्क में कर देता है संक्रमित
- विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार इसे पहली बार दक्षिण-पूर्व इंग्लैंड में देखा गया
- नए कोरोना वायरस में स्पाइक प्रोटीन पर आठ म्यूटेशन
- यह वायरस शरीर के अंदर कोशिकाओं को तेजी से करता है संक्रमित
- वैक्सीन और एंटी-बॉडी ड्रग्स इन स्पाइक प्रोटीन को बनाते हैं निशाना
- वैक्सीन इस नए कोरोना संस्करण पर कितने कारगर होंगे पता नहीं
भारत में मिला कुछ नियंत्रण
- 1 जुलाई के बाद पहली बार 20 हजार से नीचे आया आंकड़ा
- 160 दिनों के बाद एक्टिव मामले घटकर तीन लाख से नीचे
- सबसे ज्यादा प्रभावित महाराष्ट्र में एक्टिव मामले 60,000 से कम
ये राहत की बात
- जनवरी से शुरू हो सकती है भारत में कोरोना टीकाकरण प्रक्रिया
- पहले 6 महीने में 30 करोड़ लोगों के टीकाकरण का लक्ष्य
- कोरोना वायरस का नया रूप भारत में नहीं
सुरक्षा का फार्मुला वही
- मास्क लगाएं
- दो गज की दूरी बनाए रखें
- हाथों को सैनिटाइज करते रहें