अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का ‘मेगा मून राकेट’ प्रक्षेपण स्थल पर आकाशीय बिजली गिरने के बावजूद 29 अगस्त को अपने सफर पर रवाना होने के लिए पूरी तरह तैयार है। 98 मीटर का यह प्रक्षेपण यान नासा का अब तक का सबसे शक्तिशाली राकेट है। यह नासा के ‘अपोलो’ अभियान के करीब आधी सदी बाद चंद्रमा की कक्षा में एक खाली ‘क्रू कैप्सूल’ को भेजेगा।
नासा के इस राकेट की लांचिंग फ्लोरिडा में कैनेडी स्पेस सेंटर के लांच पैड 39बी से सुबह 8:33 बजे (भारतीय समयानुसार शाम छह बजे) की जाएगी। उल्लेखनीय है कि नासा का आर्टेमिस के जरिए लक्ष्य चंद्रमा पर इंसानों को उतारना है। इसकी पहले भी कई बार कोशिश हो चुकी है। अपोलो अभियान के तहत चंद्रमा पर 12 अंतरिक्ष यात्री उतरे थे।
नासा अधिकारियों ने दी चेतावनी
‘मेगा मून राकेट’ की छह सप्ताह की यह परीक्षण उड़ान सफल रही तो अंतरिक्ष यात्री कुछ वर्षों में चांद की यात्रा फिर शुरू कर सकते हैं। नासा के अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि जोखिम अधिक है और उड़ान की अवधि को कम किया जा सकता है। नासा के अधिकारियों ने रविवार को कहा कि शनिवार को आई आंधी के दौरान केनेडी अंतरिक्ष केंद्र पर स्थित राकेट और कैप्सूल को कोई नुकसान नहीं हुआ है। अन्य उपकरण भी सुरक्षित हैं।
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वैज्ञानिकों के साथ ही आम लोग भी उत्सुक
नासा के इस मिशन को लांच होते देखने के लिए केवल वैज्ञानिक ही नहीं आम लोग भी उत्सुक हैं। इसको लाइव देखने के लिए करीब दो लाख जुट सकते हैं। लोग विदेशों से भी फ्लोरिडा पहुंच रहे हैं।यहां के कोकोआ बीच पर इसकी तैयारी की गई है। यह जगह नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर के काफी नजदीक है। नासा ने इसकी लाइव स्ट्रिमिंग अपनी वेबसाइट पर करने की तैयारी की है।