उत्तर प्रदेश के स्टांप एवं न्यायालय पंजीयन शुल्क राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार रविंद्र जायसवाल ने 23 जुलाई को रेलवे के अफसरों के साथ सर्किट हाउस में बैठक की। राज्यमंत्री ने चौकाघाट अंडर पाथवे सिटी स्टेशन के पास कमर्शियल कॉम्प्लेक्स निर्माण के प्रगति के संबंध में चर्चा की। पिछले दिनों रेलमंत्री के वाराणसी आगमन पर मंत्री ने रेलवे के अधिकारियों को वाराणसी के स्टेशनों के सुंदरीकरण, बनारसी खानपान शुरू कराने का सुझाव दिया था। इस बात का उल्लेख कर मंत्री रविन्द्र ने सारनाथ दुर्ग एक्सप्रेस का हवाला देते हुए कहा कि नाम के अनुरूप इस ट्रेन को सारनाथ में स्टॉपेज देना चाहिए। उन्होंने कहा कि ट्रेन और टूर का उद्देश्य तब पूरा होगा। जब संबंधित स्टेशनों पर उस क्षेत्र के खानपान के अनुरूप वेंडर खानपान की बिक्री करें।
रविंद्र जायसवाल ने उदाहरण देते हुए कहा कि लखनऊ आते-जाते समय निहालगढ़ के पहले ही लोग समोसा लेने की तैयारी में लग जाते हैं। इसी प्रकार वाराणसी में सारनाथ में भी क्षेत्र के अनुरूप वेंडर खानपान की बिक्री करें। मंत्री ने वाराणसी कैंट, इंग्लिशिया लाइन क्षेत्र में दो अथवा तीन भूमिगत पाथवे निर्माण कराने को कहा, जिससे जाम की समस्या से निजात मिल सकेगा। रेलवे की कालोनियों में पेयजल की समस्या जल निकासी की समस्या के समाधान को कहा। जिस पर कैंट स्टेशन डायरेक्टर ने बताया कि इन समस्याओं पर काफी हद तक काबू पा लिया गया है।
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रेलवे अधिकारियों को दिए गए ये सुझाव
खानपान की समस्या पर स्टेशन डायरेक्टर ने कहा कि वन स्टेशन वन प्रोडक्ट की नीति पर हम चल रहे हैं। उन्होंने रेलवे अधिकारियों को सुझाव दिया कि जिन ट्रेनों का वाराणसी लास्ट स्टॉपेज है, उन ट्रेनों को शिवपुर, सारनाथ, काशी स्टेशन पर रोका जाए ताकि उधर के यात्रियों को कैंट से फिर वापस न जाना पड़े। वे अपने गंतव्य पर ही उतर जाएं। ऐसी व्यवस्था होने से यात्रियों को भरपूर सुविधा मिलेगी और आवागमन की कठिनाइयों से जूझना भी नहीं पड़ेगा।
शिवपुर जैसे स्टेशनों का हो विस्तार
मंत्री जायसवाल ने कहा कि शिवपुर जैसे स्टेशन का विस्तार भी किया जाए। उसके बाद वहां ट्रेनों का ठहराव सुनिश्चित किया जाए। मंत्री रविंद्र जायसवाल ने चौकाघाट, ढेलवरिया से आगे अंधरापुल जैसा भूमिगत रास्ता बनाए जाने पर विशेष जोर देते हुए कहा कि इस पर लोगों का आवागमन हो। इससे जहां शहर को जाम की समस्या से निजात मिलेगी। वहीं इस पर लोगों का आवागमन व्यवस्था शुरू होने से नक्खीघाट जाने वाले मार्ग पर लगने वाले जाम से निजात मिल सकेगा। बैठक में सहायक मंडल इंजीनियर पूर्वोत्तर रेलवे राहुल गुप्ता, एसएससी वर्कर्स उत्तर रेलवे आर.एन. चतुर्वेदी आदि भी मौजूद रहे।