खसरा प्रकोप: मुंबई में सुरक्षा ही सावधानी, पिछले चौबीस घंटे में 13 नए प्रकरण और एक की मौत

खसरा का वैश्विक संकट है, इसमें मुंबई और आसपास के क्षेत्र भी प्रभावित हैं। इस बीमारी से प्रभावित क्षेत्रों में सबसे अधिक झुग्गी बस्ती के क्षेत्र रहे हैं।

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शहर में खसरा प्रकोप पैर पसारना जारी रखे हुए है। इस बीच मुंबई महानगर पालिका द्वारा जारी आंकड़े के अनुसार पिछले चौबीस घंटे में संसर्ग के 13 नए प्रकरण सामने आए हैं, जबकि एक रुग्ण की मृत्यु हो गई है। इस संबंध में वैश्विक चेतावनी भी विश्व स्वास्थ्य संगठन ने जारी की है।

शहर की झुग्गी बस्ती से शुरू हुआ खसरा धीरे-धीरे पसार रहा है। शहर में अब तक 233 रुग्ण सामने आए हैं, जबकि 12 लोगों की मृत्यु होने का समाचार है। बुधवार को खसरा के 30 नए बीमार सरकारी अस्पताल में भर्ती हुए हैं। जबकि, 22 लोगों को अस्पताल से स्वास्थ्य लाभ के बाद छुट्टी मिली है। विश्व स्वास्थ्य संगठने के अनुसार कोविड-19 के कारण पिछले वर्ष बच्चों को खसरे का टीका नहीं लग पाया है। जिससे यह अति संसर्गजन्य वायरस उद्रेक के रूप में फैल सकती है।

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आसपास भी फैल रहा खसरा
मुंबई मनपा प्रभावित क्षेत्रों में सर्वेक्षण भी करा रही है, जिसमें 156 संशयित रुग्ण पाए गए हैं। मुंबई शहर के अलावा खसरा प्रकोप मुंबई के आसपास की महानगर पालिकाओं में भी फैला है। बुधवार को रिपोर्ट की गई मृत्यु भिवंडी के आठ महीने के बच्चे की है। यह बीमारी छोटे बच्चों में अधिक फैला है लेकिन, वयस्क भी इससे प्रभावित हुए हैं।

महानगर पालिका कर रही जांच
इस वर्ष खसरा का प्रसार सामने आने के बाद सरकारी अस्पतालों में 3,534 प्रकरणों की पुष्टि हुई है। जबकि, सुरक्षा को देखते हुए मनपा कर्मियों ने बुधवार के 24 घंटे में ही 3.04 लाख घरों की स्क्रीनिंग की है। खसरे का प्रकोप 22 स्थानों पर सामने आया है, जिसमें मुंबई मनपा के 24 में से 11 वॉर्ड में रुग्ण पाए गए हैं।

मुंबई में खसरा रोगियों के लिए कुल 370 बिस्तर आरक्षित रखे गए हैं, जिन्हें ऑक्सीजन और आईसीयू की सुविधा दी गई है। वर्तमान में 113 मरीज भर्ती हैं। बीमार लोगों के उपचार के लिए शहर के आठ अस्पताल में सुविधाएं प्रदान की गई हैं।

  • कस्तूरबा अस्पताल
  • शिवाजी नगर मैटरनिटी होम
  • भारतरत्न डॉ.बाबासाहेब अंबेडकर अस्पताल
  • राजावाड़ी अस्पताल,
  • शताब्दी अस्पताल
  • कुर्ला भाभा अस्पताल,
  • क्रांतिज्योति सावित्रीबाई फुले अस्पताल
  • सेवन हिल्स अस्पताल

विश्व स्वास्थ्य संगठन की चेतावनी
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने खसरा के प्रसार के प्रति चेतावनी दी है। कहा गया है कि, यह तेजी से फैलने वाला वायरस है। इससे टीका लगवाकर बचा जा सकता है। परंतु, उसके लिए 95 प्रतिशत लोगों का टीकाकरण अनिवार्य रूप से होने चाहिये, तभी इसके उद्रेक को रोका जा सकता है। कोविड-19 के कारण विश्व में 40 मीलियन बच्चों को खसरे का टीका नहीं लग पाया है। इसके कारण कई देशों में इसका प्रकोप तेजी से फैल रहा है।

यह हैं लक्षण
खसरा से पीड़ित रुग्ण को तेज बुखार, शरीर में लाल दाने देखे जाते हैं। जिन्हें डॉक्टरों द्वारा विटामिन ए की डोज दी जा रही है। इसकी दूसरी खुराक चौबीस घंटे बाद दी जाती है।

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