महाराष्ट्रः इसलिए महादेव की शरण में ‘लाल परी’ के कर्मचारी!

वेतन मिलने में हो रही देरी और अन्य तरह के भत्ते नहीं मिल पाने से संत्पत लाल परी के कर्मचारियों ने अब भगवान शिव की शरण ली है। इसी क्रम में मुंबई सेंट्रल के कर्मचारियों ने कोरोना संक्रमण से संबंधित सभी नियमों का पालन करते हुए शिवलिंग पर दूधाभिषेक किया।

108

पिछले 15 दिनों से महाराष्ट्र के एसटी कर्मचारियों के वेतन को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है। 7 जून को मिलने वाला वेतन महीना खत्म होने को आने पर भी नहीं मिलने से एसटी कर्मचारियों में नाराजगी है। रुका हुआ वेतन अविलंब मिले, इस मांग को लेकर महाराष्ट्र एसटी कर्मचारी कांग्रेस की ओर से राज्य सरकार को पत्र लिखा गया था, लेकिन उसका कोई भी परिणाम नहीं निकलने से कर्मचारियों की चिंता बढ़ गई है। हालांकि इसके लिए 600 करोड़ का फंड उपलब्ध कराए जाने की बात कही जा रही है, लेकिन एसटी कर्मचारियों को वेतन नहीं मिलने से उनका जीना दूभर हो गया है।

भगवान की शरण में एसटी कर्मचारी
वेतन मिलने में हो रही देरी और अन्य तरह के भत्ते नहीं मिल पाने से संत्पत लाल परी के कर्मचारियों ने अब भगवान शिव की शरण ली है। इसी क्रम में मुंबई सेंट्रल के कर्मचारियों ने कोरोना संक्रमण से संबंधित सभी नियमों का पालन करते हुए शिवलिंग पर दूधाभिषेक किया और अपना रुका हुआ वेतन जल्द से जल्द दिलाने की मांग की। उन्होंने इस अवसर पर नारेबाजी करते हुए मांग करके हुए कहा कि कम से कम 300 रुपए एसटी महामंडल को तुरंत ट्रांसफर किए जाएं,ताकि उनका वेतन अविलंब मिल सके।

ये भी पढ़ेंः वो मजाक ही था या महाराष्ट्र में ‘युति’ की पुनर्स्थापना का संकेत? जानें शिवसेना और भाजपा के हमजोली के पांच उदाहरण

ये रहे उपस्थित
यह अभिषेक प्रतीकात्मक था और सरकार तथा एसटी प्रशासन को संदेश देने के लिए था। इस अवसर पर महाराष्ट्र एसटी कर्मचारी कांग्रेस के महासचिव श्रीरंग बरगे, चंद्रकांत काकड़े, संयुक्त महासचिव डीए लीपाने, कार्यकारी अध्यक्ष संतोष गायकवाड़, कोषाध्यक्ष फैयाज पठान, मनीषा कालेश्वर, कविता लांजेवार, मिलिंद हिवसे, महेश मिश्रा, संदीप काटकर, अनिल तारडे और अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।

Join Our WhatsApp Community
Get The Latest News!
Don’t miss our top stories and need-to-know news everyday in your inbox.