महाराष्ट्र में कब लगेगा लॉकडाउन? सरकार ने बताया

विदेशों में ओमिक्रोन के लाखों मामले सामने आ चुके हैं। इसकी रफ्तार चिंताजनक है। भारत में भी हर दिन कोरोना के इस नए वेरिएंट के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है।

80

कोरोना महामारी के नए वैरिएंट ओमिक्रोन ने पूरी दुनिया में दहशत मचा मचा रखी है। महाराष्ट्र में भी कोविड-19 सहित ओमीक्रोन के मरीज दिन-ब-दिन बढ़ते जा रहे हैं। सूबे के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने संकेत दिया है कि यदि प्रदेश में 800 मेट्रिक टन से ज्यादा ऑक्सीजन की आवश्यकता मरीजों के लिए होगी उस दिन से लॉक डाउन की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। महाराष्ट्र में फिलहाल बारह से तेरह सौ ऑक्सीजन उत्पादन की क्षमता है। सबसे पहले ऑक्सीजन की प्राथमिकता स्वास्थ्य विभाग को दी गई है। इसके बाद बची हुई ऑक्सीजन उद्योग क्षेत्र के उपयोग में लाई जा रही है। इसके अलावा लिक्विड ऑक्सीजन के प्लांट पर काम जारी है।

स्वास्थ्य मंत्री टोपे के अनुसार हम राज्य में लॉकडाउन लगाने के पक्ष में नहीं हैं। उन्होंने कहा कि हम कोई प्रतिबंध नहीं चाहते हैं। यदि स्थितियां निर्माण होती है तो हमें मजबूरन केंद्र सरकार के दिशा निर्देशानुसार आवश्यक कदम उठाने पड़ेंगे।

सरकार लॉकडाउन लगाने के पक्ष में नहींः स्वास्थ्य मंत्री टोपे
स्वास्थ्य मंत्री टोपे के अनुसार यदि मरीजों की दर दोगुने होने का सिलसिला ऐसे ही जारी रहता है, तो और भी सख्त प्रतिबंध लगाया जा सकता है। इसलिए लोगों से भीड़ से बचने, प्रतिबंधों का पालन करने और सरकार का सहयोग करने की अपील की गई है। विदेशों में ओमिक्रोन के लाखों मामले सामने आ चुके हैं। इसकी रफ्तार चिंताजनक है। समय रहते इस रफ्तार को नियंत्रित नहीं किया गया तो स्वास्थ्य व्यवस्था पर एक बार फिर दबाव पड़ने की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता है।

प्रतिबंधों पर अमल करने की जरुरत
प्रतिबंधों का सख्ती से पालन करने की जरूरत है। देश में ओमिक्रोन के करीब 415 मामले मिल चुके हैं, जिसमें अकेले महाराष्ट्र में 108 से अधिक संक्रमित पाए गए हैं। राज्य में रात 9 बजे से सुबह 6 बजे तक निषेधाज्ञा कानून लागू किया गया है।

Join Our WhatsApp Community
Get The Latest News!
Don’t miss our top stories and need-to-know news everyday in your inbox.