प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देवघर में 16,800 करोड़ लागत की परियोजनाओं का लोकार्पण किया। इस अवसर पर राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और राज्यपाल रमेश बैस भी उपस्थित थे।
झारखंड का देवघर जिला 12 जुलाई को एक साथ कई योजनाओं का साक्षी बना। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एयरपोर्ट, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के 250 बेड वाले हॉस्पिटल एवं एकेडमिक बिल्डिंग और धार्मिक पर्यटकों-श्रद्धालुओं के लिए बनाए गए विशाल आध्यात्मिक भवन का उद्घाटन किया। इसके अलावा वे देवघर और आसपास के जिलों में विकास की लगभग एक दर्जन योजनाओं की आधारशिला भी रखा। प्रधानमंत्री ने देवघर स्थित बाबा बैजनाथ मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना भी की।
एयरपोर्ट के उद्घाटन के बाद देवघर से कोलकाता, दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और बेंगलुरु के लिए फ्लाइट की सुविधा मिलनी शुरू हो गई है। टिकटों की बुकिंग शुरू हो चुकी है। 14 जुलाई से तय समय पर फ्लाइट्स के आवागमन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
रनवे से बाबा मंदिर के पंचशूल का होगा दर्शन
टर्मिनल बिल्डिंग को इको फ्रेंडली बनाया गया है। इस टर्मिनल बिल्डिंग को बाबा मंदिर का रूप दिया गया है। इस एयरपोर्ट के रनवे से यात्रियों को बाबा मंदिर के पंचशूल के दर्शन होंगे। इस एयरपोर्ट की लंबाई 2500 मीटर है। इस हवाई अड्डे में अंतरराष्ट्रीय स्तर के एयर बस 320 सीरीज और बोइंग विमान परिचालन की क्षमता है। इस एयरपोर्ट में 4000 वर्गमीटर में टर्मिनल बिल्डिंग का निर्माण हुआ है। इस टर्मिनल में 180 यात्रियों के बैठने की व्यवस्था की गई है। रनवे 45 मीटर चौड़ा है।
देवघर एयरपोर्ट की खासियत
– पांच साल में बनकर तैयार।
– 653.75 एकड़ में फैला है।
– लागत 401.34 करोड़ रुपये।
– 2500 मीटर लंबाई।
– रनवे की चौड़ाई 45 मीटर।
– 4000 वर्ग मीटर में फैली है टर्मिनल बिल्डिंग।
– टर्मिनल बिल्डिंग में 180 यात्रियों के बैठने की व्यवस्था।
– रनवे से बाबा मंदिर के पंचशूल के दर्शन होंगे।
– टर्मिनल बिल्डिंग इको फ्रेंडली।
– टर्मिनल बिल्डिंग को बाबा मंदिर का लुक दिया गया है।