इस कारण इंदौर आने-जाने वाली उड़ानें करनी पड़ रही हैं रद्द!

इंदौर में यात्री इस समस्या से पिछले 15 दिन से जूझ रहे हैं।

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देश की विमानन कंपनियों को इन दिनों पर्याप्त मात्रा में यात्री नहीं मिल रहे हैं, जिसके चलते उन्हें भारी नुकसान हो रहा है, लेकिन विमानन कंपनियों ने भी नुकसान से बचने का आसान तरीका निकाल लिया है। कम यात्री मिलने के कारण उड़ानें निरस्त कर दी जाती हैं। हालांकि, इसकी वजह तकनीकी समस्या बताई जाती है। 25 मई को भी इंडिगो एयरलाइंस ने इंदौर के देवी अहिल्यबाई होलकर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से आने-जाने वाली छह उड़ानें निरस्त कर दी गई हैं। इनमें हैदराबाद, बेंगलुरू और दिल्ली से आने-जाने वाली उड़ानें शामिल है।

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एयरलाइंस ने इन फ्लाइट्स को निरस्त करने का बताया ये कारण
जानकारी के अनुसार इंडिगो की फ्लाइट संख्या सिक्स ई 7271 रोजाना सुबह हैदराबाद से उड़ान भर कर 8.05 पर इंदौर पहुंचती है और यहां से यह वापस हैदराबाद के लिए रवाना होती है, लेकिन 25 मई को इसे हैदराबाद से ही निरस्त कर दिया गया। इसके अलावा दोपहर में बेंगलुरू से आने-जाने वाली, जबकि दिल्ली से आने-जाने वाली रात की फ्लाइटों को भी निरस्त कर दिया गया है। एयरलाइंस ने इन फ्लाइट्स को निरस्त करने का कारण तकनीकी बताया है, लेकिन जानकारी मिली है कि इन उड़ानों को पर्याप्त मात्रा में यात्री नहीं मिल रहे हैं। जिन यात्रियों ने इन फ्लाइट्स में टिकट बुक कराए थे, उन्हें सूचना दे दी गई है, साथ ही उन्हें रिफंड और रिबुकिंग का विकल्प दिया गया है।

इंदौर एयरपोर्ट आने-जाने वाली कुछ उड़ानें निरस्त
उल्लेखनीय है कि पिछले करीब 15 दिन से इंदौर एयरपोर्ट आने-जाने वाली कुछ उड़ाने लगातार निरस्त की जा रही हैं। तीन दिन पहले इंदौर से ग्वालियर, जबलपुर, जयपुर और हैदराबाद की उड़ान को निरस्त कर दिया गया था। हालांकि, 23 मई और 24 मई को सभी फ्लाइट्स नियमित रूप से संचालित रहीं, लेकिन 24 मई को दिनभर में 20 से अधिक आने जाने वाली उड़ानें अपने तय समय से एक-एक घंटे देरी से आई और गई थी। इससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा था। 25 मई को फिर छह फ्लाइट्स निरस्त कर दी गईं।

उड़ान में शिफ्ट करने या रिफंड का विकल्प
टिकट बुकिंग कराने वाले एजेंट्स का इस संबंध में कहना है कि जब फ्लाइट्स में कम यात्री मिलते हैं तो विमानन कंपनियां उसे निरस्त कर देती है और बुकिंग करवा चुके यात्रियों को दूसरी उड़ान में शिफ्ट करने या रिफंड का विकल्प दे देती है। आमतौर में क्षमता के 60 प्रतिशत यात्री मिलने पर उड़ान को सफल माना जाता है। इसके अलावा यात्रियों को बताया जाता है कि विमान में तकनीकी खराबी के कारण ऐसा किया जा रहा है, जिससे यात्री विरोध भी नहीं कर पाते हैं, लेकिन फ्लाइट्स के निरस्त होने से यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इंदौर में यात्री इस समस्या से पिछले 15 दिन से जूझ रहे हैं। जल्दी जाने वाले यात्रियों को दूसरी फ्लाइट्स का सहारा लेना पड़ता है।

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