फिलिस्तीन में भारत के राजदूत मुकुल आर्य का निधन हो गया है। वे दूतावास में मृत पाए गए। उनकी मौत की वजह के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक आर्य 6 मार्च को भारतीय दूतावास में मृत पाए गए। मुकुल आर्य फिलिस्तीन के रमल्ला स्थित भारतीय दूतावास में तैनात थे। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने उनके निधन पर दुख जताया है।
मुकुल आर्य के निधन पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्वीट में कहा कि रमल्ला में भारत के प्रतिनिधि मुकुल आर्य के निधन की खबर से गहरा दुख पहुंचा है। वे प्रतिभाशाली अधिकारी थे। उनके परिवार और प्रियजनों के प्रति मैं संवेदना व्यक्त करता हूं।
Deeply shocked to learn about the passing away of India’s Representative at Ramallah, Shri Mukul Arya.
He was a bright and talented officer with so much before him. My heart goes out to his family and loved ones.
Om Shanti.— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) March 6, 2022
दूतावास में मृत पाए गए आर्य
रिपोर्ट्स के अनुसार आर्य रहस्यमय परिस्थितियों में दूतावास के अंदर मृत पाए गए थे। फिलिस्तीनी अधिकारियों ने उनकी मौत के कारणों का पता लगाने के लिए जांच के आदेश दे दिए हैं। इस संबंध में फिलिस्तीनी विदेश मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि विदेश मंत्रालय फिलिस्तीन में भारत के राजदूत मुकुल आर्य के निधन की सूचना से स्तब्ध हैं।
जांच के आदेश
विदेश व प्रवासी मामलों के मंत्री डॉ. रियाद अल-मलिकी ने अपने भारतीय समकक्ष एस. जयशंकर और उनके माध्यम से मित्रवत भारत सरकार, राजदूत आर्य के परिवार और उनके रिश्तेदारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना और सहानुभूति व्यक्त की है। बयान के अनुसार जैसे ही यह दुखद समाचार आया, राष्ट्रपति महमूद अब्बास और प्रधानमंत्री डॉ. मुहम्मद शतयेह ने स्वास्थ्य और फोरेंसिक चिकित्सा मंत्रालय के अलावा सुरक्षा, पुलिस और सार्वजनिक अधिकारियों को तत्काल निर्देश जारी किए कि वे तुरंत उस स्थान पर पहुंचे, जहां भारतीय राजदूत का निधन हुआ है। साथ ही उनसे इस मामले की बारीकी से जांच और मौत के कारणों का पता लगाने के लिए कहा गया है।
कौ थे मुकुल आर्य?
- मुकुल आर्य 2008 बैच के भारतीय विदेश सेवा के अधिकारी थे।
- उन्होंने काबुल और मॉस्को में भारतीय दूतावासों के अलावा पेरिस में यूनेस्को में भारत के स्थायी प्रतिनिधिमंडल में भी काम किया।
- आर्य ने नई दिल्ली में विदेश मंत्रालय के मुख्यालय में भी काम कर चुके हैं।
- भारतीय विदेश सेवा में शामिल होने से पहले मुकुल आर्य दिल्ली विश्वविद्यालय और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में अर्थशास्त्र की पढ़ाई की थी।