केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने हवाई अड्डों पर कोविड-19 दिशानिर्देशों का कड़ाई से पालन शुरू कर दिया है। विश्व के पांच देश जहां कोविड-19 का संक्रमण तेजी से फैला है, वहां से भारत आनेवाले यात्रियों के लिए सरकार ने आरटी-पीसीआर टेस्ट अनिवार्य कर दिया है। इन देशों में चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, हॉंगकांग और थाईलैंड का समावेश है।
हवाई अड्डे पर आनेवाले यात्रियों की रैंडम जांच सभी यात्रियों के लिए अनिवार्य कर दी गई है। जिसमें यदि कोई सिम्प्टोमैटिक या पॉजिटिव पाया जाता है तो उसे क्वारांटीन किया जाएगा। जबकि, चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, हॉंगकांग और थाईलैंड से आनेवाले यात्रियों के लिए ‘एयर सुविधा’ फॉर्म भरना अनिवार्य कर दिया गया है।
रैंडम जांच अनिवार्य
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने नागरी उड्डयन मंत्रालय को कोविड-19 से सुरक्षा दिशानिर्देशों के अनुरूप रैंडम जांच का आदेश दे दिया है। जिसमें देश के सभी हवाई अड्डों पर विदेश से आनेवाले यात्रियों में से दो प्रतिशत यात्रियों की कोरोना जांच अनिवार्य है। इससे कोरोना के संसर्ग को भारत में आने से रोका जा सकेगा।
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एयर सुविधा पोर्टल पर फॉर्म भरना अनिवार्य
भारत में कोरोना संसर्ग की पिछली लहर में केंद्र सरकार ने विदेश से आनेवाले हवाई यात्रियों के लिए एयर सुविधा पोर्टल का फॉर्म भरना अनिवार्य कर दिया था। जिस पर बताई गई सभी जानकारियों और जांच रिपोर्ट अपलोड करने के बाद ही किसी भी हवाई यात्री को भारत के लिए यात्रा करने की अनुमति दी जाती थी। वर्तमान समय में चीन कोरोना से सबसे अधिक प्रभावित है, इसके अलावा जापान, दक्षिण कोरिया, थाईलैंड और हॉंगकांग में भी संक्रमण पैर पसार चुका है, ऐसी स्थिति में भारत ने पहले ही सुरक्षात्मक कदम उठा लिये हैं। वैसे, भारत के लिए संतोषप्रद यह भी है कि, देश में 220 करोड़ कोविड-19 के टीके लोगों को दिये जा चुके हैं।