स्वराज्य की रक्षा और स्वधर्म को बचाने के लिए पांच मुगल बादशाहों के साथ अपनी जान जोखिम में डालकर छत्रपति शिवाजी महाराज द्वारा हासिल किए गए सैकड़ों किले अब अतिक्रमण की चपेट में आ गए हैं। उन अतिक्रमणों को हटाने और उनकी रखरखाव और संरक्षण के लिए ‘महाराष्ट्र गढ़ दुर्ग रक्षा समिति’ की ओर से आजाद मैदान में एक महानोर्चा का आयोजन किया गया। इस मोर्चे के फलस्वरूप पर्यटन मंत्री मंगलप्रभात लोढ़ा ने स्वयं आजाद मैदान में आकर घोषणा की कि अगले तीन महीनों में स्वतंत्र ‘महाराष्ट्र गढ़-दुर्ग महामंडल’ की स्थापना की जाएगी।
समय सीमा के अंदर हटाा जाएगा अतिक्रमण
पर्यटन मंत्री मंगलप्रभात लोढ़ा ने कहा कि वे यहां मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस मिलकर आए हैं। उन्होंने कहा है कि, अगले 3 महीनों के भीतर, महाराष्ट्र के सभी किलों के संरक्षण, सुरक्षा और अतिक्रमण को हटाने के लिए एक स्वतंत्र ‘महाराष्ट्र गढ़-दुर्ग महामंडल की स्थापना की जाएगी। समय सीमा के अंदर किलों पर से अतिक्रमण हटाया जाएगा। जिस प्रकार प्रतापगढ़ पर से सभी अतिक्रमण हटाए गए, उसी प्रकार अन्य दुर्गों पर से भी अतिक्रमण हटाया जाएगा। वहीं, बजट सत्र की समाप्ति के बाद तत्काल इस विषय पर विशेष बैठक बुलाई जाएगी। मंत्री मंगलप्रभात लोढ़ा ने कहा कि महाराष्ट्र गढ़ दुर्ग रक्षा समिति को भी आमंत्रित किया जाएगा।
शिव राया के मावला के रूप में विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ताओं की भागीदारी
3 मार्च को दोपहर 12 बजे मेट्रो से दोपहर 12 बजे पूरे महाराष्ट्र से सैकड़ों किला प्रेमी संगठन, छत्रपति शिव राय के वंशज, विभिन्न संप्रदायों, हिंदू संगठनों, शिव-प्रेमी और धर्म-प्रेमी नागरिकों ने इस मोर्चे में भाग लिया। यह मोर्चा आजाद मैदान में समाम्त हुआ। मुंह से छत्रपति शिवराय का नारा, सिर पर भगवा टोपी, हाथों में भगवा ध्वज, मांगों की तख्तियां, तुरही, मावलों की आड़ में मार्च में शामिल मावलों के साथ गाड दुर्ग प्रेमियों ने सरकार से दुआ की। जनता दुर्गा की रक्षा के लिए सभी ने ‘शिवराय का एक मावला’ के रूप में मार्च में भाग लिया।
अफजल खान की कब्र के आसपास से बड़े पैमाने पर हटाया गया अतिक्रमण
हाल ही में तत्कालीन शिंदे फडणवीस सरकार ने प्रतापगढ़ के आधार पर अफजल खान की कब्र के आसपास बड़े पैमाने पर अतिक्रमण को हटाने के लिए एक साहसिक कदम उठाया। सूचना के अधिकार में यह खुलासा हुआ है कि कोल्हापुर के विशालगढ़ में 100 से अधिक अनधिकृत आरसीसी निर्माण किए गए हैं, जो बाजी प्रभु देशपांडे के अद्वितीय कौशल का गवाह है। इसी तरह रायगढ़, लोहगढ़, कुलाबा, बंदनगढ़, दुर्गादी किला सहित प्रदेश के 35 महत्वपूर्ण दुर्गों पर मकान, कब्र, दरगाह, मस्जिद व अन्य प्रकार के अतिक्रमण अवैध रूप से कब्जा कर लिए गए हैं।