भारत से प्यार तो हिंदू से क्यों रार? क्या पीएफआई की टूलकिट पर चल रही अमेरिकी मुसलमानों की संस्था?

भारत पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद जब कठिन काल में है, उस समय विदेशों में बसे भारतीय मुस्लिमों के माध्यम से पाकिस्तान विष घोल रहा है। इंग्लैंड में हिंदुओं पर हमले किये जा रहे हैं, अमेरिका में हिंदू संस्थाओं के विरुद्ध दुष्प्रचार तंत्र सक्रिय है, कनाडा भी इससे अछूता नहींं है, वहां श्रीमद् गीता पार्क पर हमला किया गया।

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जो भारत के न हुए ऐसे अमेरिका में बैठे मुसलमान वर्तमान में मुस्लिम और दलितों के नाम पर झूठें आंसू बहा रहे हैं। ऐसे लोगों की एक संस्था है इंडियन अमेरिकन मुस्लिम काऊंसिल, जो चौबीसों घंटे सोशल मीडिया पर हिंदू, नरेंद्र मोदी और आरएसएस के विरोध में पोस्ट कर रहा है। इस संस्था का टूलकिट पाकिस्तानी आतंकी संगठनों और पीएफआई से मिलता जुलता है, जो मुसलमानों के हितों के नाम, दलित उत्पीड़न के नाम पर भारत को बांटना चाहते हैं, इसके लिए ये भारत से प्यार दिखाते हैं लेकिन हिंदुओं से चौबीस घंटे तकरार रचते रहते हैं।

हिंदुओं का विरोध – इंडियन अमेरिकन मुस्लिम काऊंसिल का पिछले कुछ दिनों का इतिहास ही देखें तो डिसमेन्टलिंग ग्लोबल हिंदुत्व के हिंदुत्व विरोधी कार्यक्रम में सक्रियता और वीएचपीए, एचएएफ आदि जैसे अमेरिका में चल रहे हिंदू संगठनों का प्रबल विरोध इसके एजेंडा में है।

संयुक्त राष्ट्र में भारत की शिकायत – 12 अक्टूबर 2022 को इंडियन अमेरिकन मुस्लिम काऊंसिल और वामपंथी विचारोंवाली हिंदूज़ फॉर ह्यूमन राइट्स ने संयुक्त राष्ट्र के विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों से मिलकर मानवाधिकार को लेकर भारत की शिकायत की। इन संगठनों की मांग थी कि, युनीवर्सल पीरियॉडिक रिव्यू के 41वें सत्र में भारत से देश में मानवाधिकार को लेकर सवाल जवाब किये जाएं।

हिंदू संगठनों की एफबीआई, सीआईए जांच – इंडियन अमेरिकन मुस्लिम काऊंसिल ने अमेरिका में सेवा कार्य करनेवाले हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन, विश्व हिंदू परिषद ऑफ अमेरिका और सेवा की जांच अमेरिकी जांच एजेंसी फेडेरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (एफबीआई) और सेंट्रल इन्टेलिजेन्स एजेंसी (सीआईए) द्वारा कराने की मांग का समर्थन किया है। जबकि, इन सभी हिंदू संगठनों पर एक भी समाज विरोधी, वर्ण विरोधी कार्य नहीं किया है।

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हिंदू संतों का विरोध – साध्वी ऋतंभरा के अमेरिका में आगमन का इंडियन अमेरिकन मुस्लिम काऊंसिल ने बड़ा विरोध किया। इसके विरुद्ध उन्होंने लोगों के बीच जाकर दुष्प्रचार किया और ऐसा वातावरण तैयार किया जैसे हिंदू साध्वी ने बहुत बड़ा अपराध किया हो।

इंग्लैंड के मुस्लिमों का समर्थन – इंग्लैंड के लिसेस्टर शहर में हिंदुओं को निशाना बनाया गया। इसके लिए भारतीय उच्चायोग और विदेश मंत्रालय ने वहां की सरकार से बात भी की, परंतु इंडियन अमेरिकन मुस्लिम काऊंसिल फोटो सेशन के माध्यम से ऐसा दिखा रही है कि, हिंदुओं को बचानेवाले मुस्लिम ही हैं।

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