जानलेवा है आर्थिक असमानता, हर दिन ‘इतने’ लोगों की ले लेती है जान!

महामारी के पहले दो वर्षों में दुनिया के 10 सबसे अमीर लोगों की आय 15,000 अमेरिकी डॉलर प्रति सेकंड बढ़ी है। अगर ये लोग कल अपनी 99.999% संपत्ति खो दें, तो भी ये पृथ्वी पर सभी लोगों की तुलना में अधिक अमीर होंगे।

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कोरोना महामारी के पहले दो वर्षों में विश्व भर के लोगों की आय में 99 प्रतिशत की गिरावट आई है, जबकि 16 करोड़ से अधिक लोग गरीब हो गए हैं। इसके विपरीत, दुनिया के 10 सबसे अमीर लोगों की आय दोगुनी से अधिक 1.5 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर (1111 ट्रिलियन से अधिक) हो गई। 17 जनवरी को जारी एक नए अध्ययन के अनुसार, अमीर लोगों का दैनिक विकास दर 3 1.3 बिलियन (9,000 करोड़ रुपए) से अधिक है।

ऑक्सफैम ने वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के ऑनलाइन दावोस एजेंडा सम्मेलन के पहले दिन जारी एक रिपोर्ट में, “इनइक्वेलिटी किल्स” शीर्षक से कहा है कि यह असमानता हर दिन कम से कम 21,000 लोगों या हर चार सेकंड में एक व्यक्ति की जान ले लेती है।

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रिपोर्ट की खास बातें

  • स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी, लिंग आधारित हिंसा, भूख और अत्यधिक पर्यावरणीय गिरावट के कारण दुनिया भर में बड़े पैमाने पर मौतें हो रही हैं।
  • ऑक्सफैम के मुताबिक, दुनिया के अरबपतियों की संपत्ति पिछले 14 सालों में  जितनी नहीं बढ़ी थी, उतनी कोरोना काल में बढ़ी है। यह वृद्धि 5 ट्रिलियन से भी अधिक है।
  • महामारी के पहले दो वर्षों में, दुनिया के 10 सबसे अमीर लोगों की आय 15,000 अमेरिकी डॉलर प्रति सेकंड बढ़ी है। अगर ये लोग कल अपनी 99.999% संपत्ति खो दें, तो भी ये पृथ्वी पर सभी लोगों की तुलना में अधिक अमीर होंगे।
  • ऑक्सफैम के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी निदेशक गेब्रियल बुचर ने कहा, “इन अमीरों के पास वर्तमान में 3.1 अरब लोगों की तुलना में छह गुना अधिक संपत्ति है।”
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