उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण मामले में हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं। उन खुलासों के आधार पर इस गैंग में शामिल आरोपियों की गिरफ्तारी भी लगातार हो रही है। अब तक इस मामले में 14 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। लेकिन अब इस मामले में एक बड़ी जानकारी मिली है। धर्मांतरण कराने वाले गैंग से उत्तर प्रदेश कैडर के वरिष्ठ आइएएस अधिकारी मोहम्मद इफ्तिखारुद्दीन के कनेक्शन होने का पर्दाफाश हुआ है।
कानपुर में पोस्टिंग के दौरान उनके सरकारी आवास पर उनकी उपस्थिति में धर्मांतरण के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद सनसनी फैल गई है।
वीडियो वायरल होने के बाद खलबली
धर्मांतरण मामले में शामिल होने के सीनियर आइएएस मोहम्मद इफ्तिखारुद्दीन के वीडियो वायरल होने के बाद प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि राज्य सरकार के साथ ही पुलिस प्रशासन ने भी इसे गंभीरता से लिया है। फिलहाल कानपुर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
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की जाएगी कार्रवाईः मौर्य
मौर्य ने कहा है कि कानपुर तथा उन्नाव दौरे के समय मुझे इस बारे में कुछ लोगों ने जानकारी दी। मैं फिलहाल इस बारे में पूरी जानकारी ले रहा हूं। हम इसकी तह तक जाएंगे और मामले की गंभीरता से जांच कराई जाएगी। अगर इस मामले में आइएएस के शामिल होने की जानकारी मिलती है तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
आइएएस अधिकारी के घर पढ़ाया जाता था कट्टरता का पाठ
वर्तमान में यूपी राज्य सड़क परिवहन निगम के अध्यक्ष पद पर लखनऊ में कार्यरत मोहम्मद इफ्तिखारुद्दीन काफी समय तक कानपुर में तैनात थे। वहां वे मंडलायुक्त के साथ ही श्रम आयुक्त के पद पर भी कार्यरत थे। इस दौरान उनके धर्मांतरण में शामिल होने के वीडियो वायरल होने के बाद खलबली मच गई है। इस वीडियो में लोगों को धर्मांतरण के लाभ के बारे में बताया जा रहा है। इसके साथ ही कई समर्थक धर्मांतरण की बातें कर रहे हैं।