मुंबई विश्वविद्यालय में हिंदी भवन के निर्माण पर पहल शुरू हुई है। कांग्रेस के नेताओं ने इस बार यह पहल की है, जिस पर राज्य के संस्कृति कार्यमंत्री ने आश्वासन दिया है कि, यह भवन पूरी प्राथमिकता से निर्मित किया जाएगा। यह दीगर बात है कि इस पर राजनीति भी रंगने लगी है। सत्ताधारी दल और विपक्ष दोनों ही भवन न बन पाने के बावजूद श्रेय को लेकर भिड़ने लगे हैं।
अब इससे उपजी परिस्थिति यह है कि, हिंदी भवन निर्माण पर मात्र चर्चा हुई और सियासत शुरू हो गई है। यह भवन बना क्यों नहीं, इसका उत्तर कोई देने को तैयार नहीं है। लेकिन यहां राजनीति भवन की आधारशिला रखने को लेकर भी खेली जा रही है।
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पिछले दिनों पूर्व मंत्री नसीम खान, मुंबई प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भाई जगताप के नेतृत्व में मुंबई हिंदी पत्रकार संघ व वरिष्ठ पत्रकारों का एक प्रतिनिधि मंडल संस्कृति कार्यमंत्री अमित देशमुख से मिला। इस बैठक में कुछ अधिकारी भी उपस्थित थे। इसमें हिंदी भवन निर्माण की योजना क्यों अमल में नहीं आ पाई इस पर चर्चा हुई। मंत्री की ओर से विश्वास दिलाया गया कि हिंदी भवन का निर्माण अवश्य ही यह सरकार पूर्ण करेगी।
संस्कृति कार्य मंत्री अमित देशमुख ने आश्वासन दिया है कि, हिंदी भवन जरुर बनेगा। इसको लेकर जल्द ही एक और बैठक बुलाई जाएगी, जिसमें राज्य के उच्च व तकनीकी शिक्षा मंत्री उदय सामंत भी उपस्थित रहेंगे।
नसीम खान – पूर्व मंत्री
ऐसी थी योजना
कांग्रेस राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की सरकार के दौरान मुंबई विश्वविद्यालय के कालिना परिसर में हिंदी भवन बनाने की योजना बनी थी। इसके लिए तत्कालीन उद्योग मंत्री नारायण राणे के हाथों डॉ.राम मनोहर त्रिपाठी हिंदी भवन की आधारशिला रखी गई थी। इसके लिए जिला नियोजन समिति (डीपीडीसी) के माध्यम से दो करोड़ रुपए भी दिए गए थे, लेकिन बाद में हिंदी भवन का निर्माण कार्य अधर में ही लटका रह गया।
कांग्रेस पार्टी ने महाराष्ट्र के हिंदी भाषी समाज से हिंदी भवन बनाने का वादा किया है, इस वादे को अवश्य पूरा किया जाएगा। निधि की कोई कमी नहीं पड़ने दी जाएगी।
भाई जगताप – अध्यक्ष, मुंबई कांग्रेस
शुरू हुई श्रेय की लड़ाई
कांग्रेस नेता और हिंदी भाषियों का प्रतिनिधि मंडल जब मंत्री अमित देशमुख से हिंदी भवन निर्माण पर चर्चा कर रहा था, उस समय वहां शिवसेना प्रवक्ता आनंद दुबे भी पहुंच गए। उन्होंने बताया कि मुंबई विश्वविद्यालय में हिंदी भवन के निर्माण का प्रकरण उच्च शिक्षण मंत्री उदय सामंत के मंत्रालय के अधीन आता है। वे, इस प्रकरण को लेकर पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे से चर्चा करेंगे।
नीयत साफ नहीं
महाराष्ट्र में विपक्ष में बैठी भारतीय जनता पार्टी के नेता अमरजीत मिश्रा ने एक प्रतिष्ठित समाचार समूह से कहा है कि, कांग्रेस नेताओं को यदि भवन निर्माण कराना होता तो वह संस्कृति कार्य मंत्री अमित देशमुख के बजाय वित्त मंत्री अजीत पवार के साथ या फिर उच्च तकनीकी मंत्री उदय सामंत के साथ बैठक करते और इसके निर्माण की प्रक्रिया को आगे बढ़ाते।
हिंदी भवन के निर्माण पर चर्चा गलती तो नहीं!
संस्कृति कार्य मंत्री अमित देशमुख के साथ हुई बैठक में संस्कृति कार्य विभाग के अधिकारियों के अलावा मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष भाई जगताप, कार्याध्यक्ष चरण सिंह सप्रा, प्रदेश कांग्रेस के कार्याध्यक्ष नसीम खान, मुंबई युवक कांग्रेस के कार्याध्यक्ष सुरज सिंह ठाकुर, मुंबई विश्वविद्यालय हिंदी विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रोफेसर डॉ.करुणा शंकर उपाध्याय व मुंबई हिंदी पत्रकार संघ के अध्यक्ष आदित्य दुबे, वरिष्ठ पत्रकार अनुराग त्रिपाठी, विजय सिंह मौजूद आदि थे। इस बैठक के बाद हिंदी समाज के लोगों में एक ही प्रतिक्रिया सामने आई कि, हिंदी भवन के निर्माण पर चर्चा करना कोई गलत नहीं है, हां, इसका अब निर्माण कार्य भी होना चाहिए।