कोविड के चलते दो साल से चीन के साथ व्यवसाय और वहां पढ़ाई करने वाले छात्रों की परेशानी को देखते हुए चीन ने वीजा प्रतिबंध हटाने की घोषणा कर दी है। चीनी विश्वविद्यालयों में पढ़ रहे हजारों भारतीय छात्रों की कालेज और विश्वविद्यालयों में फिर से पढ़ाई शुरू करने की अपील को चीन ने संज्ञान लिया है।
भारत में चीनी दूतावास ने 13 जून को अपनी कोविड वीजा नीति में दो साल के बाद बदलाव करने के विचार को साझा किया। कोविड वीजा नीति के चलते दो साल से भी अधिक समय से विदेशी नागरिकों और छात्रों को अपने परिजनों के साथ चीन वापस लौटने की मनाही थी। अब चीन सरकार ने प्रतिबंध लेने का एलान कर दिया है। वर्ष 2020 से चीन वापस लौट नहीं पा रहे भारतीय नागरिकों और उनके स्वजनों के लिए यह बड़ी राहत की खबर है।
दरअसल, पिछले ही महीने चीन में बसे सैकड़ों भारतीय नागरिकों ने विदेश मंत्री एस.जयशंकर से चीन सरकार पर दबाव डालने की अपील की थी। अब चीन के स्थायी निवासी का परमिट पा चुके इन भारतीयों को अपने स्वजनों से वापस मिलने का अवसर होगा। नई दिल्ली स्थित चीनी दूतावास में चीनी नागरिकों के स्वजनों और चीन के स्थायी निवास का परमिट वाले नागरिकों को वीजा के लिए आवेदन करके वापसी करने का रास्ता खुल गया है। बताया जाता है कि 12 हजार से अधिक भारतीय छात्रों ने वापस जाकर पढ़ाई पूरी करने की इच्छा जताई है।
उल्लेखनीय है कि विभिन्न रिपोर्ट के अनुसार दिसंबर 2019 में चीन में कोरोना वायरस महामारी की शुरुआत के बाद भारत लौटने वाले 23 हजार से अधिक भारतीय छात्र स्वदेश में फंस गए थे। इनमें ज्यादातर चीनी कालेजों से मेडिकल की पढ़ाई करने वाले छात्र शामिल हैं। वे कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए बीजिंग के वीजा प्रतिबंधों के कारण चीन नहीं लौट सके थे।
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