सोशल मीडिया पर छाया मातृदिवस, बच्चों ने इस तरह दी मां को बधाई

मां का हमारे जीवन में बहुत बड़ा योगदान है। चाहे इंसान हो या जीव-जंतू इस धरती पर लाने वाली सिर्फ मां ही है

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अन्तरराष्ट्रीय मातृ दिवस के अवसर पर 8 मई को नन्हें – मुन्ने बच्चों ने पेंटिंग के जरिये तो राजनेताओं ने सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी-अपनी मां को याद किया है। जिनकी मां धरती पर मौजूद हैं, उनके बच्चों ने उनके पैर छूकर उनका आशीर्वाद लिया है। वहीं, जिनकी मां स्वर्गवासी हो गई हैं उन बच्चों ने उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए याद किया है।

मातृ दिवस के दिन लखनऊ के रहने वाले स्कूली बच्चों में अभय सिंह, अवंतिका सिंह, सानवी शर्मा, रिद्विमा पाण्डेय और विवान बिष्ट ने पेंटिग के जरिये अपनी माँ को खास होने का अहसास दिलाया है। इसके अलावा नौजवानों, युवतियों समेत सभी ने अपनी माँ के पैर छूकर उनका आशीर्वाद लेते हुए मातृदिवस की बधाई और शुभकामनाएं दी है। जिन लोगों की माँ अब इस धरती पर नहीं है। उन लोगों ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर नमन किया है।

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सोशल मीडिया के फेसबुक, ट्वीटर, इंस्टाग्राम पर हजारों लोगों को अपनी माँ के साथ फोटो शेयर कर मातृदिवस की बधाई दी है। इतना ही नहीं इस अवसर पर माँ से जुड़े अनेक वो पल को सोशल मीडिया में साझा किया हैं जो उन्होंने अपनी मां के साथ बिताया है।

राजनेताओं ने दीं शुभकामनाएं
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने अपने अधिकारिक ट्वीट हैंडल पर मां की फोटो को साझा करते हुए ट्वीट किया है। उन्होंने कहा कि मां पृथ्वी है, जगत है, धुरी है, मां बिना इस सृष्टि की कल्पना अधूरी है’। ईश्वर हर जगह नहीं पहुंच सकता इसीलिए उसने मां को बनाया है। आज मातृ दिवस के उपलक्ष्य पर सभी माताओं को नमन व चरणों में कोटि कोटि वंदन करता हूं।

इसके अलावा उप्र के वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना,आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल,औद्योगिक विकास मंत्री नंदगोपाल नंदी, परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने मातृदिवस पर बधाई बधाई एवं शुभकामनाएं दी।

110 साल से चल रही यह परम्परा
हर वर्ष मई माह के दूसरे 8 मई को ‘मदर्स डे’ यानी मातृ दिवस मनाया जाता है। यह परंपरा लगभग 110 साल से चल रही है। इस दिन की शुरुआत अमेरिकी महिला एना जार्विस ने की थी। एना अपनी मां से बहुत प्रेम करती थी और उन्हें ही अपना आदर्श मानती थी। जब एना की मां की निधन हुआ तो उन्होंने कभी शादी न करने का फैसला करते हुए अपनी मां के नाम अपना जीवन समर्पित कर दिया। उन्होंने इसकी तारीख इस तरह चुनी कि वह उनकी मां की पुण्यतिथि 09 मई के आसपास ही पड़े। और खास बात यह भी है कि इस भी ‘मदर्स डे’ 09 मई को ही पड़ा।

मां का जीवन में बड़ा योगदान
मां का हमारे जीवन में बहुत बड़ा योगदान है। चाहे इंसान हो या जीव-जंतू इस धरती पर लाने वाली सिर्फ मां ही है। मां को सम्मान देने के लिए मई माह के दूसरे रविवार, 9 मई के दिन पूरी दुनिया में मातृदिवस (मदर्स डे) मनाया जाता है। इस दिन लोग अपनी मां को यह एहसास दिलाते हैं कि दुनिया में अगर उन्हें कोई लाया है तो वो सिर्फ उनकी मां ही है।

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