देश के लोगों को 5जी सर्विस उपलब्ध कराने की दिशा में काम तेजी से चल रहा है। 5जी स्पेक्ट्रम की ऑनलाइन नीलामी प्रक्रिया की शुरुआत 26 जुलाई से हो गई है। इस नीलामी प्रक्रिया में रिलायंस जियो, भारती एयरटेल, वोडाफोन आइडिया और अडाणी समेत समेत चार प्रमुख कंपनियां भाग ले रही हैं।
4.3 लाख करोड़ रुपये मूल्य के 72 गीगाहर्ट्ज 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी के लिए बोली
ऑनलाइन प्रक्रिया में 4.3 लाख करोड़ रुपये मूल्य के 72 गीगाहर्ट्ज 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी के लिए बोली लगेगी। यह प्रक्रिया सुबह 10 बजे से शुरू हुई है, जो शाम छह बजे तक जारी रहेगी। 5जी स्पेक्ट्रम नीलामी की प्रक्रिया का आगे भी जारी रहना आने वाली बोलियों और बोलीकर्ताओं की रणनीति पर निर्भर करेगा।
इन दो कंपनियों में होड़
5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी के लिए निजी क्षेत्र की दिग्गज टेलीकॉम कंपनी रिलायंस जियो ने 14 हजार करोड़ रुपये की राशि दूरसंचार विभाग के पास जमा कराई है, जबकि अडाणी एंटरप्राइजेज ने 100 करोड़ रुपये की राशि जमा की है। दूरसंचार विभाग को 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी से 70 हजार करोड़ रुपये से लेकर एक लाख करोड़ रुपये तक का राजस्व मिलने की उम्मीद है।
मिलेगी अत्यधिक तीव्र गति वाली इंटरनेट सेवा
दरअसल, देश में 5जी मोबाइल सर्विस की शुरुआत होने से अत्यधिक तीव्र गति वाली इंटरनेट सेवाएं देने का रास्ता साफ हो पाएगा। मौजूदा 4जी सेवाओं की तुलना में 5जी की सेवा करीब 10 गुना तेज होगी। 5जी सेवा की कमर्शियल लांचिंग के बाद इंटरनेट इस्तेमाल करने का अनुभव बहुत हद तक बदल जाएगा। इसके साथ ही स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में भी 5जी सेवाओं की शुरुआत से एक नई क्रांति आने की उम्मीद है।