अमेठी के एक बेटी के सपनों को साकार कर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने अपना वादा पूरा किया। छात्रा नीतू मौर्या ने पहले अपने घर पर पूजा की और उसके बाद गाजे-बाजे के साथ भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के लिए 9 जून को रवाना हो गईं।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के जिलाध्यक्ष दुर्गेश त्रिपाठी समेत गांव के लोगों ने 9 जून को को नीतू मौर्या को तिलक लगाकर और माला पहनाकर इसरो के लिए रवाना किया। उन्होंने बताया कि स्मृति ईरानी के निर्देश पर वह नीतू मौर्या को लखनऊ हवाई अड्डे पर छोड़ने जा रहे हैं। 11 जून को छात्रा के इसरो भ्रमण के दौरान केंद्रीय मंत्री सांसद स्मृति ईरानी उनके साथ मौजूद रहेंगी। सांसद स्मृति ईरानी का प्रयास है कि अमेठी का चौमुखी विकास हो, साथ ही यहां के छात्र-छात्राएं अच्छी शिक्षा हासिल कर आगे बढ़ें और क्षेत्र का नाम रोशन करें।
10 मई को समारोह में किया था वादा
अमेठी में बीते 10 मई को आयोजित समारोह में छात्र-छात्राओं को लैपटॉप वितरण करते हुए स्मृति ईरानी ने पूछा था तो किसी ने बताया कि डॉ बनेंगे, किसी ने इंजीनियर, किसी ने कहा कि वो सरकारी नौकरी करेंगे। वहीं संजय गांधी पॉलिटेक्निक जगदीशपुर से आई हुई छात्रा नीतू मौर्य ने कहा कि अभी हमारे पास 3 साल का समय है और मैं इस टेबलेट के माध्यम से तैयारी करूंगी और मेरा उद्देश्य भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) में पहुंचकर देश की सेवा करने का है। नीतू की इन बातों से केंद्रीय मंत्री बेहद प्रसन्न हुई और उन्होंने अमेठी की बिटिया को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि तुम अपने माता-पिता से अनुमति ले लो मैं तुम्हें 10 जून को ही स्वरूप प्रांगण में ले जाऊंगी और वहां के लोगों से मुलाकात कराऊंगी। यही नहीं स्मृति ईरानी ने वहां पर मौजूद सभी नवयुवक और छात्राओं को यह संदेश दिया कि जो भी जिस फील्ड विशेष में जाना चाहता है देश की सेवा में काम करना चाहता है उसके लिए मैं निश्चित रूप से जो भी सुविधा हो सकती है वह मुहैया करवाऊंगी।