दवा के लिए हाहाकार और दारू का त्राहिमाम! ठर्रे से 87 की मौत

सरकार और प्रशासन कोविड 19 के संसर्ग को लेकर चौबीस घंटे प्रयत्नशील है। संक्रमित रोगी को अस्पताल में बिस्तर मिले, ऑक्सीजन मिले और दवाएं मिले इसके लिए कार्य हो रहा है। इस बीच उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में जहर बांटनेवालों ने जिंदगियां लेनी शुरू कर दी हैं।

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देश कोविड 19 की बड़ी लहर से जूझ रहा है। कहीं रेमडेसिविर के लिए हाहाकार मचा था तो अब देसी दारू ने त्राहिमाम मचा दिया है। उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में 87 जंदगियां जहरीली दारू से समाप्त हो गई हैं। इसमें अभी 29 लोग जीवन-मरण के बीच संघर्ष कर रहे हैं।

कोविड 19 संसर्ग से हो रही मौतों से होनेवाला विलाप कम हो रहा है। इसके पीछे कोरोना संसर्ग रोकने के लिए बरती जा रही सावधानी और प्रशासनिक चुस्ती ने बहुत काम किया है। महामारी तो नियंत्रित हो गई है लेकिन नशा ऐसा सिर चढ़ा हुआ है कि लोग जान को भी नहीं डर रहे। अलीगढ़ में 28 मई 2021 को देसी दारू (ठर्रा) ने ‘जहर’ बरपा दिया। जिसमें अब तक 87 लोगों की मौत हो गई है। 29 लोग अभी भी गंभीर अवस्था में अस्पताल में भर्ती है।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी के अनुसार जहरीली दारू से ग्रसित 29 लोगों में से 17 लोगों की इलाज वरुणा ट्रामा अस्पताल में और 12 का निदान एएमयू के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में चल रहा है।

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परिजनों को आर्थिक सहायता
जहरीली दारू से मरनेवालों के परिजनों को पांच लाख रुपए की आर्थिक सहायता की घोषणा प्रशासन की ओर से की गई है। आर्थिक सहायता उन परिवारों को दी जाएगी जिनके संबंधी की मृत्यु के बाद विसरा रिपोर्ट के लिए सैंपल इकट्ठा हो गए हैं।

सरकारी ठेके की दुकान में बिक रही थी दारू
जिस दारू ने 87 लोगों की जीवन लीला समाप्त कर दी है वह सरकारी ठेके की दुकान में बेची जा रही थी। इस प्रकरण में पुलिस ने 33 लोगों को अब तक गिरफ्तार किया है। मुख्य आरोपी विपिन यादव है, जिसे भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। विपिन ने पूछताछ में बताया कि यह दारू अलीगढ़ के अधोन गांव की एक फैक्ट्री में बनाई जाती थी। दारू की बोतल पर गुडमॉर्निंग का लेबल था। पुलिस ने वहां भी छापा मारा और बड़ी मात्रा में शराब और निर्माण का सामान बरामद किया है।

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आबकारी विभाग पर गिरी गाज
इस प्रकरण में कार्रवाई करते हुए प्रशासन ने आबकारी आयुक्त पी गुरुप्रसाद को पद से हटा दिया है, इसके अलावा आग्रा जोन के सह आयुक्त रविशंकर पाठक और अलीगढ़ विभाग के उपआयुक्त ओपी सिंह को निलंबित कर दिया गया है।

इस प्रकरण में लोधा पुलिस थाने के एसएचओ को भी निलंबित कर दिया गया है।

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