टाटा समूह की अगुवाई वाली विमानन कंपनी एयर इंडिया और विस्तारा एयरलाइन के विलय की प्रक्रिया शुरू हो गई है। दोनों कंपनियों ने इस पर काम शुरू कर दिया है। अभी दोनों एयरलाइंस के कर्मचारियों को समायोजित करने पर चर्चा चल रही है।
सूत्रों ने 20 फरवरी को बताया कि एयर इंडिया और विस्तारा के वरीय अधिकारियों की एक टीम इस विलय को अंतिम रूप देने में जुटी है। एयरलाइंस मानव संसाधन के विलय को पूरा करने के लिए कंसल्टेंसी फर्म डेलॉयट की मदद ले रही है। इसके अलावा कानूनी और नियामकीय अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए लॉ फर्म एजेडबी पार्टनर्स की सेवाएं ली जा रही हैं।
वैश्विक प्रतिस्पर्धा नियामकों से अनुमोदन की जरूरत
जानकारी के मुताबिक दोनों एयरलाइंस कपनियां विनियामक अनुपालन पर भी काम कर रही हैं। विलय के लिए वैश्विक प्रतिस्पर्धा नियामकों से अनुमोदन की जरूरत होगी। इसके बाद विमान नियामक नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए), भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) और नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) से मंजूरी की जरूरत है।
विलय का किया था ऐलान
उल्लेखनीय है कि पिछले साल टाटा समूह और सिंगापुर एयरलाइंस ने एयर इंडिया तथा विस्तारा एयरलाइन के विलय करने का ऐलान किया था। सिंगापुर एयरलाइन ने विलय के बाद अपनी 25.1 फीसदी होल्डिंग मर्ज होने वाली एंटिटी में लगाने की बात कही थी। यह विलय मार्च 2024 तक पूरा किया जाना है। विस्तारा एयरलाइंस टाटा ग्रुप और सिंगापुर एयरलाइंस का 51:49 फीसदी हिस्सेदारी वाला एक संयुक्त उद्यम है।