दिल्ली में किसानों की ट्रैकर रैली के दौरान लाल किले पर हुई हिंसा से जुड़े एक अन्य मामले में आरोपी दीप सिद्धू को जमानत मिल गई है। तीस हजारी अदालत ने उन्हें जमानत दे दी है। अदालत ने 25 हजार निजी मुचलका भरने की शर्त पर उन्हें रिहा करने का आदेश दिया है। दीप सिद्धू को इससे पहले लाल किला हिंसा मामले में जमानत मिल चुकी है। यह जमानत पुरातात्विक इमारत को नुकसान पहुंचने के मामले में दी गई है।
A Delhi court grants bail to Deep Sidhu, in another 26th Jan violence case. Court noted that he has already been interrogated in police custody for 14 days and has been in custody for about 70 days when he has been granted regular bail by ASJ on similar facts in the first case pic.twitter.com/Li1Eu7GHOy
— ANI (@ANI) April 26, 2021
अदालत ने कहा कि दिल्ली पुलिस पहले ही 14 दिनों की हिरासत में उनसे पूछताछ कर चुकी है और सिद्धू को लगभग 70 दिनों तक हिरासत में रखा गया है।
एएसआई ने दर्ज कराया है दूसरा मामला
दूसरा मामला ऑर्कयोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की ओर से लाल किला को नुकसान पहुंचाने को लेकर दर्ज करवाया गया है। अब अदालत की ओर से एएसआई मामले में भी जमानत मिलने के बाद दीप सिद्धू को की जेल से रिहाई की संभावना बढ़ गई है।
हिंसा मामले में पहले ही मिल गई थी जमानत
बता दें कि पंजाबी फिल्मों के अभिनेता दीप सिद्धू को दिल्ली क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया था। पिछले दिनों उन्हें तीस हजारी विशेष न्यायालय से जमानत मिल गई थी। लेकिन कुछ घंटे बाद ही उन्हें पुरातात्विक इमारत को नुकसान पहुंचाने के दूसरे मामले में फिर से दबोच लिया गया था। इससे पहले उन्हें लाल किला हिंसा मामले में गिरफ्तार किया गया था।
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9 फरवरी को किया गया था गिरफ्तार
दीप सिद्धू को 9 फरवरी को गिरफ्तार किया गया था। तभी से वे जेल की हवा खा रहे थे। पिछले दिनों विशेष न्यायालय में हुई सुनवाई में उसे विशेष जज नीलोफर आबिदा परवीन ने तीस हजार के निजी मुचलके और अन्य शर्तों के आधार पर जमानत दे दी थी।
रिहाई के कुछ ही घंंटे बाद फिर से गिरफ्तार
हिरासत से छूटने के कुछ ही घंटे ही बीते थे कि दीप सिद्धू को दिल्ली क्राइम ब्रांच ने फिर गिरफ्तार कर लिया था। यह गिरफ्तारी लाल किले जैसी पुरातात्विक इमारत को नुकसान पहुंचाने के मामले में की की गई थी।
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ये था मामला
सके पहले उन्हें 26 जनवरी को राजधानी में ट्रैक्टर रैली में हुई हिंसा के प्रकरण में गिरफ्तार किया गया था। इस प्रकरण में आंदोलनकारी सीमाओं से प्रवेश करके आटीओ पहुंच गए थे और पुलिस के साथ बदतमीजी की थी। दूसरी ओर से घुसे आंदोलनकारी लाल किले तक ट्रैक्टरों से पहुंच गए और वहां उन्होंने तिरंगे के स्थान पर धार्मिक झंडा फहरा दिया। इस प्रकरण में दायर एफआईआर में पुलिस कांस्टेबलों से दो मैगजीन, 20 लाइव कारट्रिज छीनने का मामला है। इसके आलावा दंगा विरोधी कार्रवाई में उपयोग होनेवाले सामानों की लूट का प्रकरण भी है।
किसान आंदोलन में लेते थे भाग
दीप सिद्धू पंजाबी फिल्मों के अभिनेता हैं। वो दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे किसान आंदोलन में सहभागी हुए थे। वहां वे अपने वीडियो बनाते थे। पुलिस के अनुसार दीप सिद्धू कैनिफोर्निया में एक महिला के संपर्क में थे। वो आंदोलन से वीडियो बनाकर महिला को भेजता था। वहां से महिला दीप के फेसबुक अकाउंट में अपलोड करती थी।
लाल किले पर धार्मिक झंडा फहराने का मामला
जब 26 जनवरी, 2021 को ट्रैक्टर परेड निकालने की सशर्त मंजूरी मिली तो दीप सिद्धू के गिरोह ने इस पर योजनाबद्ध रूप से कार्य किया। सूत्रों के अनुसार जब गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर परेड निकली तो उन्होंने अपने लोगों को वॉलंटियर के जैकेट पहनने को कहा और निश्चित मार्ग से अलग निकलने को कहा था। साथ ही सभी को लाल किले पर पहुंचने को कहा था। हालांकि सिद्धू ने इन घटनाओं में अपनी भूमिका से इन्कार किया है। लेकिन सूत्रों से पता चला है कि इन्हीं लोगों ने पंजाब के तरनतारन जिले से जुगराज सिंह को लाया था। उसी ने लाल किले पर धार्मिक झंडा फहराया था।