हिमाचल प्रदेश में जब सभी लोग गहरी नींद में सो रहे थे, तभी अचानक धरती हिलने लगी। धरती में अचानक कंपन होने से लोग डर गए। हालांकि, गनीमत रही की इस दौरान किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना नहीं हुई। रिक्टर पैमाने पर जिसकी तीव्रता 2.5 मापी गई है। जिसका केंद्र बेयरकोट गांव बताया जा रहा है।
बेयरकोट गांव में था इसका केंद्र
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के मुताबिक रविवार की आधी रात करीब पौने एक बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 2.5 मापी गई। इसका केंद्र मंडी जिला के सुंदरनगर के समीप बेयरकोट गांव में जमीन से पांच किलोमीटर की गहराई में था। आसपास के जिलों में भी तीन से पांच सेकंड तक झटके महसूस किए। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के निदेशक सुदेश मोक्ता ने बताया कि तीव्रता कम होने के कारण भूकंप से कहीं भी नुकसान की रिपोर्ट नहीं है।
32 दिन में छह बार आया भूकंप
उल्लेखनीय है कि पिछले 23 दिनों में राज्य के विभिन्न हिस्सों में छह बार भूकंप आया है। तीन जनवरी को सोलन जिला में 2.7 तीव्रता के भूकंप के झटके लगे थे। इससे पहले 31 दिसंबर को मंडी जिला में भी इतनी ही तीव्रता का भूकंप आया था। 26 दिसंबर को कांगड़ा, 21 दिसंबर को लाहौल-स्पीति और 16 दिसंबर को किन्नौर जिला में भूकंप के झटके लग चुके हैं।