बांग्लादेश में एक बार फिर हिंदू मंदिरों को निशाना बनाया गया। यहां चार फरवरी की देर रात कट्टरपंथियों ने एक दो नहीं बल्कि 14 मंदिरों में तोड़फोड़ की। यह घटना ठाकुरगांव जिले के बलियाडांगी उपजिला की है। मूर्तियों और मंदिरों को क्षतिग्रस्त देख स्थानीय लोग में रोष है। घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पुलिसबल को तैनात कर दिया गया है।
रात में घटना को दिया अंजाम
पूजा उत्सव परिषद के महासचिव विद्यानाथ बर्मन ने बताया कि अज्ञात लोगों ने रात में घटना को अंजाम दिया। उपद्रवियों ने आसपास के गांवों के कई मंदिरों पर हमला किया। इन लोगों ने कुछ मूर्तियों को तोड़ दिया और तालाबों में फेंक दिया। यह पहली घटना नहीं है, जब हिंदू मंदिरों को निशाना बनाया गया है। इससे पहले भी हिंदुओं के धार्मिक स्थलों पर हमला किया गया। कट्टरपंथी लगातार इस तरह की घटना को अंजाम दे रहे हैं, लेकिन यहां की सरकार है कि इस पर अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। इसी का नतीजा है कि यहां आए दिन हिंदुओं के धार्मिक स्थलों को निशाना बनाया जा रहा है।
जांच में जुटी पुलिस
पुलिस अधिकारी खैरुल अनाम ने बताया कि चार फरवरी की देर रात को कई गांवों में मंदिरों पर हमले किए गए। ये हमले क्षेत्र में शांति व्यवस्था को भंग करने के उद्देश्य से किए गए। पुलिस उपद्रवियों की तलाश कर रही है और उन्हें जल्द से जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
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दोनों समुदाय में कोई विवाद नहीं
जिले के उपायुक्त एम रहमान ने कहा कि ये हमले शांति एवं सामुदायिक सौहार्द बिगाड़ने के उद्देश्य से किए गए हैं। इसे गंभीरता से लेना चाहिए और दोषियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। हिंदू नेता और परिषद के चेयरमैन समर चटर्जी ने कहा कि इस क्षेत्र में हिंदू-मुस्लिम भाइचारा बना हुआ है। हम लोग आप में कभी नहीं लड़ते हैं। हम सभी लोग शांति के साथ रहते हैं।