रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने स्वर्णिम विजय पर्व के अवसर पर सीडीएस बिपिन रावत और हेलीकॉप्टर हादसे में जान गंवाने वाले सेना के उच्चाधिकारियों को याद करते हुए उनकी वीरता और देशभक्ति की प्रशंसा की। इसके साथ ही उन्होंने पाकिस्तान को कड़ा संदेश देते हुए आतंकवाद पर प्रहार किया।
रक्षा मंत्री ने कहा, “आज के दिन मैं भारतीय सेना के उन सभी सैनिकों के शौर्य, पराक्रम और बलिदान को नमन करता हूं, जिनके कारण 1971 के युद्ध में भारत ने जीत हासिल की। भारत उन वीरों के त्याग और बलिदान को कभी भूला नहीं सकता। देश हमेशा उनके प्रति कृतज्ञ रहेगा।”
पाकिस्तान को कड़ा संदेश
रक्षा मंत्री स्वर्णिम विजय पर्व के उद्घाटन समारोह में बोलते हुए कहा,” आतंकवाद को बढ़ावा देकर पाकिस्तान भारत में अशांति फैलाना चाहता है। नफरत का जहर फैलाकर देश को तोड़ना चाहता है। भारत की सेना ने 1971 में उसके इरादों को ध्वस्त कर दिया था और अब आतंकवाद को जड़ से खत्म करने की दिशा में कड़े कदम उठाए जा रहे हैं।”
आतंकवाद और अन्य भारत-विरोधी गतिविधियों को बढ़ावा देकर पाकिस्तान भारत को तोड़ना चाहता है।
हम प्रत्यक्ष युद्द में जीत दर्ज कर चुके हैं, परोक्ष युद्ध में भी विजय हमारी ही होगी। pic.twitter.com/k13W58X9ed
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) December 12, 2021
छद्म युद्ध में भी देंगे मात
रक्षा मंत्री सिंह ने कहा, “हम आमने-सामने के युद्ध में पाकिस्तान को कई बार सबक सिखा चुके हैं और छद्म युद्ध में भी जीत हमारी होगी। पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद को हम जड़ से खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
और बदल गया एशिया का इतिहास
रक्षा मंत्री ने कहा, “आज हम सभी इंडिया गेट पर 1971 के भारत पाकिस्तान युद्ध के स्वर्णिम विजय पर्व के अवसर पर इकट्ठे हुए हैं। यह पर्व भारतीय सेनाओं की उस शानदार जीत की याद में मनाया जा जाता है, जिसने एशिया के इतिहास और भूगोल को बदल दिया था।”
1971 का युद्द दुनिया ने सबसे निर्णायक युद्धों में गिना जाएगा।
यह युद्द बताता है कि मज़हब के आधार पर हुआ भारत का विभाजन एक ऐतिहासिक गलती थी।
पाकिस्तान का जन्म एक मज़हब के नाम पर हुआ मगर वह एक नहीं रह सका।1971 की हार के बाद पाकिस्तान, भारत में लगातार एक छद्म युद्द लड़ रहा है। pic.twitter.com/P5WLbVU3CL
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) December 12, 2021
इसलिए सादगी से मनाने का लिया निर्णय
सिंह ने कहा, “यह पर्व बड़े पैमाने पर मनाने का निर्णय लिया गया था, लेकिन देश के प्रथम सीडीएस जनरल बिपिन रावत के निधन के बाद इसे सादगी से मनाने का निर्णय लिया गया। आज इस अवसर पर मैं उन्हें भी याद करते हुए अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।
जनरल बिपिन रावत के निधन से देश ने एक बहादुर सैनिक, योग्य सलाहकार और ज़िंदादिल इंसान को खोया है। आज मुझे उनकी कमी काफ़ी अधिक महसूस हो रही है। pic.twitter.com/z7jFIyBRzb
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) December 12, 2021
1971 के वीरों को किया नमन
इसके साथ ही रक्षा मंत्री ने भारतीय सेना के उन सभी सैनिकों के शौर्य, पराक्रम और बलिदान को याद किया, जिनकी वजह से भारत ने 1971 में पाकिस्तान पर जीत हासिल की थी और बांग्लादेश स्वतंत्र देश के रुप में स्थापित हुआ था।
बांग्लादेश पूरी दुनिया के लिए प्रेरणा
रक्षामंत्री ने कहा, “भारत ने बांग्लादेश में लोकतंत्र की स्थापना में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया और आज हम इस बात से अत्यंत प्रसन्न हैं कि पिछले 50 साल में बांग्लादेश ने विकास की राह पर पर तेजी से आगे बढ़ रहा है। यह पूरी दुनिया के लिए प्रेरणा का विषय है।”