हुतात्मा मेजर संकल्प यादव के घर शनिवार को सन्नाटा पसरा रहा। संकल्प के परिवारजन इस वर्ष उनके सिर विवाह का सेहरा बांधने की तैयारी कर रहे थे। परंतु, राष्ट्र रक्षा के लिए संकल्पित सेना अधिकारी को तिरंगा अधिक प्यारा था। हुतात्मा मेजर संकल्प यादव का राजकीय सम्मान के साथ जयपुर में अंतिम संस्कार कर दिया गया।
शनिवार दोपहर मेजर संकल्प यादव के पार्थिव शरीर को जम्मू-कश्मीर से जयपुर लाया गया। एयरपोर्ट पर संकल्प के मामा और भाई मौजूद रहे। संकल्प के शव को देखकर भावुक हुए परिजनों को सेना के अधिकारियों ने संभाला। सेना की फूलों से सजी गाड़ी में शहीद का शव उनके नंदपुरी (सोडाला) स्थित घर लाया गया। इस दौरान सेना के काफिले ने पार्थिव देह को एस्कॉर्ट किया।
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शहीद मेजर संकल्प यादव का अंतिम संस्कार अजमेर रोड स्थित मोक्षधाम में किया गया। इससे पहले सेना की ओर से उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। संकल्प को उनके भाई पंकज ने मुखाग्नि दी। अंतिम संस्कार में स्थानीय लोगों के साथ जयपुर के अलग-अलग हिस्सों से भी सैकड़ों की संख्या में लोग पहुंचे। पूरा मोक्षधाम भारत मात की जय के उद्घोष से गूंजता रहा।
Army Cheetah helicopter crashed in Baraub, #Gurez in #Bandipora, while on a routine mission to evacuate an ailing soldier. Both pilots were evacuated to 92 BH, #Srinagar where Maj Sankalp Yadav succumbed to his injuries & other injured pilot was further evacuated to CH, Udhampur. https://t.co/H3VLvQFV83
— Chinar Corps🍁 – Indian Army (@ChinarcorpsIA) March 11, 2022
मॉं को संभालना हो गया कठिन
दोपहर में जब मेजर संकल्प की पार्थिव देह उनके घर पहुंची तो घर में कोहराम मच गया। जवान बेटे को तिरंगे में लिपटा देख मां का कलेजा मुंह को आ गया। वे काफी देर तक अपने बेटे के शव से लिपटकर रोती रही। सेना के अधिकारियों व जवानों ने परिवार को संभाला। इससे पहले पार्थिव देह के घर पहुंचने से पहले यहां सेना के खास दल को भी सलामी देने के लिए तैनात किया गया। इसके बाद पार्थिव देह घर से पुरानी चुंगी स्थित श्मशान पहुंची।
दुर्घटना में प्राण न्यौछावर
सेना का चीता हेलिकॉप्टर शुक्रवार दोपहर जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा जिले के गुरेज के बरौब में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हादसे में को-पायलट मेजर संकल्प यादव (29) शहीद हो गए, जबकि पायलट गंभीर घायल है। उनका बेस अस्पताल श्रीनगर में इलाज चल रहा है।
खतरों से खेलना था स्वभाव
शहीद संकल्प यादव के पिता सुरेंद्र कुमार यादव ने बताया कि संकल्प यादव 15 जनवरी को 1 महीने की छुट्टियों पर घर आए थे। छुट्टियां खत्म होने के बाद 15 फरवरी को ड्यूटी पर लौटे थे। शादी की उम्र हो गई थी तो कुछ जगह प्रपोजल भी भेजे हुए थे। 2022 में शादी करने का विचार भी चल रहा था। उन्होंने बताया कि संकल्प यादव की पढ़ाई छठी क्लास तक तो लोकल स्कूल में हुई. इसके बाद कक्षा 6 से 11वीं कक्षा तक एसएमएस स्कूल में पढ़ाई की थी। इसके बाद 1 साल कपिल ज्ञानपीठ से शिक्षा प्राप्त की और एनडीए में दाखिला लिया। सेना में जाने के लिए एग्जाम क्वालीफाई किया था। पिछले साल सितंबर में छुट्टियों पर वह आए थे और फिर अभी जनवरी में आए और फिर लंबा ब्रेक लेकर अक्टूबर में आने की बात कही थी। संकल्प यादव अति साहसी थे। उन्हें एक्स्ट्रा ऑर्डिनरी रिस्क लेने का शौक था।