मुंबई से कई छात्र उच्च शिक्षा के लिए विदेश जाना चाह रहे हैं लेकिन उन्हें कोविड टीकाकरण की बड़ी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। चूंकि छात्रों के लिए दो खुराक के बीच का अंतराल 84 दिन है, इसलिए कई विद्यार्थियों के सामने वीजा रद्द करने की नौबत आ गई है।
मुंबई के उपनगरों के पालक मंत्री आदित्य ठाकरे ने इस अवधि को छह सप्ताह करने की घोषणा की है। इससे छात्रों और उनके अभिभावकों के लिए आशा की किरण जगी है। हालांकि आईसीएमआर के नियमों में अभी भी संशोधन नहीं किया गया है, इसलिए विदेश जाने वाले बच्चों को अभी भी दूसरी डोज के लिए 84 दिनों का इंतजार करना होगा। ऐसे में इन विद्यार्थियों का भविष्य खतरे में पड़ता नजर आ रहा है।
दूसरी खुराक का सवाल
मुंबई में उच्च शिक्षा के लिए विदेश जाने वाले बच्चों का टीकाकरण कराना अनिवार्य है। इसलिए निजी अस्पतालों में कई बच्चों ने पहली खुराक ले ली है, लेकिन दूसरी खुराक 84 दिनों के अंतराल पर देनी है। इतना लंबा अंतराल इन विद्यार्थियों के साथ ही उनके अभिभावकों के लिए भी बड़ी समस्या है। इस संबंध में शिकायत मिलने के बाद राज्य के पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे ने नगर आयुक्त के परामर्श से राजावाड़ी, कस्तूरबा और कूपर अस्पतालों में टीकाकरण केंद्र शुरू किए हैं। इन केंद्रों पर टीकाकरण के लिए, छात्रों को प्रवेश का वैध प्रमाण व विदेशी प्रवेश पत्र के साथ ही वीजा प्राप्त करने के लिए संबंधित विश्वविद्यालय से प्राप्त आईडी जमा करना आवश्यक है।
सहयोग या धोखा?
आईसीएमआर की गाइडलाइंस के मुताबिक, दो डोज के बीच की अवधि 84 दिन है। आदित्य ठाकरे ने सुझाव दिया कि इस अवधि को छह सप्ताह कर देना चाहिए। एनएमसी को इसके लिए आईसीएमआर से पत्र व्यवहार करने का भी निर्देश दिया गया है। लेकिन आज तक यह मांग पूरी नहीं की गई है। हालांकि इन बच्चों के लिए महानगरपालिका के तीन अस्पतालों में टीकाकरण केंद्र शुरू कर दिए गए हैं, लेकिन कई बच्चों के साथ-साथ उनके माता-पिता में भी चिंता हैं क्योंकि दूसरी खुराक की अवधि कम नहीं हुई है। फिलहाल बीएमसी के तीनों अस्पतालों में बच्चे दूसरी खुराक के लिए जा रहे हैं। लेकिन उन्हें निराश होकर लौटना पड़ रहा है। इसलिए ऐसी धारणा बन रही है कि आदित्य ठाकरे उन बच्चों को धोखा दे रहे हैं, जो विदेश में शिक्षा प्राप्त करने जाना चाहते हैं।
एनएमसी का कहना हैः
एनएमसी के कार्यकारी स्वास्थ्य अधिकारी मंगला गोमारे ने बात करते हुए कहा कि अभी भी विदेश जाने वाले बच्चों को दूसरी खुराक के लिए 84 दिन की अवधि पूरी करने की आवश्यकता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि टीकाकरण आईसीएमआर के नियमों के अनुसार ही किया जा रहा है।