कुलगाम में दो आतंकवादी ढेर, इस संगठन से था संबंध

11 नवंबर की दोहपर बाद पुलिस को कुलगाम में आतंकियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी। पुलिस इसके बाद तुंरत सक्रिय हो गई और सेना की 9 आरआर के जवानों के साथ मिलकर आतंकियों को पकड़ने का अभियान शुरू कर दिया।

84

कश्मीर के कुलगाम में सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिली है। यहां मुठभेड़ में दो आतंकवादियों को ढेर कर दिया गया है। कुलगाम के लाल चौक, सराईबाला और उससे सटे इलाकों में आतंकवादियों के छिपे होने की जानकारी मिलने के बाद सुरक्षाबलों ने इस क्षेत्र की घेराबंदी कर दी और तलाशी अभियान शुरू कर दिया। इस दौरान कई लोगों की शिनाख्त परेड भी कराई गई।

प्राप्त जानकारी के अनुसार 11 नवंबर की दोहपर बाद पुलिस को कुलगाम में आतंकियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी। पुलिस इसके बाद तुंरत सक्रिय हो गई और सेना की 9 आरआर के जवानों के साथ मिलकर आतंकियों को पकड़ने का अभियान शुरू कर दिया।

इस तरह ठोके गए दोनों आतंकी
सुरक्षाबलों ने उस क्षेत्र की घेराबंदी करने के बाद तलाशी अभियान शुरू किया। इस दौरान आतंकियों ने फायरिंग करते हुए वहां से भागने की कोशिश की। सुरक्षाबलों ने खुद को बचाते हुए उनके खिलाफ जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी। इस बीच दोनों ओर से फायरिंग शुरू हो गई। इस दौरान सुरक्षाबलों ने उन्हें समर्पण करने का कई मौका दिया लेकिन वे नहीं रुके और ताबड़तोड़ गोलियां दागते रहे। सुरक्षाबलों ने भी भी उन्हें गोलियों से जवाब देना जारी रखा और मुठभेड़ के 35 मिनट बाद एक आतंकी ढेर हो गया। सुरक्षाबल के जवान करीब एक घंटे तक आतंकियों की ओर से कोई हरकत नहीं होने पर मारे गए आतंकी की लाश को अपने कब्जे में लेने के लिए आगे बढ़ने लगे। इस बीच वहां छिपे दूसरे आतंकी ने फायरिंग शुरू कर दी। जवानों ने तत्काल ही पूरी सावधानी से पॉजीशन लेते हुए जवाबी कार्रवाई शुरू करी दी। आखिर शाम पांच बजे दूसरा आतंकी भी ढेर हो गया।

लश्कर-ए-तैयबा से संबंध होने का शक
मारे गए आंतिकयों की पहचान यावर अली चोपान औप यावर बशीर डार के रुप में हुई है। यावर अली सात महीने और बशीर पांच महीने पहले ही आतंकी बना था। ये दोनों हिजबुल मुजाहिदीन आतंकी संगठन से जुड़े बताए जा रहे हैं। हालांकि पुलिस ने अभी तक इस बारे में आधिकारिक जानकारी नहीं दी है।

Join Our WhatsApp Community
Get The Latest News!
Don’t miss our top stories and need-to-know news everyday in your inbox.