दक्षिण कश्मीर में आतंकवादियों के गढ़ पुलवामा में 9 दिंसबर को तड़के हमारे सुरक्षाबल के जवानों ने दो आतंकियों को ढेर कर दिया। मिली जानकारी के अनुसार ये दोनों आतंकी सुरक्षाबलों के साथ हुए मुठभेड़ में मौत के घाट उतार दिए गए।
टिकन इलाके में इन आतंकियों के छिपे होने की खबर मिली थी। उसके बाद सीआरपीएफ और पुलिस की साझा टीम ने इलाके को घेर कर ऑपरेशन चलाया। इस दौरान वहां छिपे आतंकवादियों ने सुरक्षाबलों पर गोलिया दागनी शुरू कर दीं। उनकी फायरिंग के जवाब में सुरक्षाबलों ने भी गोलियां चलाईं। इस जवाबी कार्रवाई में दोनों आतंकी ढेर हो गए।
Jammu and Kashmir: Two terrorists killed in an encounter with security forces in Dadoora area of Pulwama; search operation underway. (Visuals deferred by unspecified time) pic.twitter.com/Ym8xnVrLDK
— ANI (@ANI) October 10, 2020
मतदान के मद्देनजर विशेष सतर्कता
घाटी में डीडीसी चुनाव शुरू होने के बाद इस इलाके में यह पहला मुठभेड़ था। बताया जाता है कि सुरक्षाबलों को दक्षिण कश्मीर में आतंकी घटना घटने की आशांका थी। इस वजह से वह पहले से ही सतर्क था। इसी कड़ी में चार चरणों में हुई वोटिंग वाले दिन दक्षिण कश्मीर में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई थी। बता दें 10 दिसंबर को पांचवे चरण का मतदान होना है। 9 दिसंबर को तड़के इन दो आतंकियों को मौत के घाट उतारकर सुरक्षाबलों ने जहां उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया, वहीं सतर्कता का भी परिचय दिया। इस ऑपरेशन में सीआरपीएफ और जम्मू पुलिस ने भाग लिया।
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नहीं हो पाई है ढेर आतंकियो की पहचान
इस मुठभेड़ में मारे गए आतंकवादियों की पहचान नहीं हो पाई है। साथ ही ये भी पता नहीं लग पाया है कि वे किस संगठन से जुडे थे। इस मुठभेड़ में एक स्थानीय नागरिक भी घायल हो गया है। उसे उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसके साथ ही आतंकियों को शरण देनेवाला एक शख्स गिरफ्तार किया गया है।
अब तक 200 आतंकी ढेर
जनवरी माह से अब तक सुरक्षाबलों ने 200 आतंकवादियों को मौत के घाट उतार दिया है। इसके बावजूद जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमले जारी हैं। पिछले महीने पुलवामा में आतंकवादियों ने काकापोरा में पुलिस और सीआरपीएफ की संयुक्त टीम पर ग्रेनेड फेंका था। हालांकि उनका निशाना चूक गया था और ग्रेनेड सड़क पर ही फट गया था। इस घटना में 12 नागरिक घायल हुए थे। इससे पहले जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों के समक्ष एक आतंकी ने समर्पण कर दिया था। ये आतंकी पुलवामा के गुलशनपुरा का रहनेवाला था।
सुरक्षाबलों का ऑपरेशन ऑल आउट
जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलो ने आतंकियों के खात्मे के लिए अभियान चलाया है। मारे गए आतंकियों में ज्यादातर हिजबुल मुजाहिद्दीन संगठन के हैं। जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने स्पष्ट कर दिया है कि सर्दियो के मौसम में भी आतंकवादियों के खात्में के लिए ऑपरेशन ऑलआउट जारी रहेगा। अब तक पुलवामा और शोपियां में इस वर्ष सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच हुए मुठभेड़ में सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स, भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस शामिल रही हैं। इस संयुक्त अभियान में वर्ष 2020 में जून महीने में सबसे अधिक 49 से अधिक आतंकी ढेर किए गए हैं।