भारतीय सेना हर चुनौती का देगी मुंहतोड़ जवाब,चीनी सीमा पर ऐसे रखेगी पैनी नजर

सेना की पूर्वी कमान के पास अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम सेक्टर में एलएसी की देखभाल करने का जिम्मा है।

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भारत-चीन सीमा पर तनाव के बीच भारतीय सेना की पूर्वी कमान के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल आरपी कलिता ने कहा कि हमने भारत-चीन सीमा से सटे अरुणाचल-सिक्किम सेक्टर के गांवों को आधुनिक बनाने का फैसला किया है। सिक्किम-अरुणाचल प्रदेश सीमा के पास के गांवों का आधुनिकीकरण किया जा रहा है, ताकि पलायन रोका जा सके। सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश में स्थिति अब सामान्य है, लेकिन सीमाओं का स्पष्ट परिसीमन न होने के कारण वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के बारे में अलग-अलग धारणाएं हैं जो समस्याओं को जन्म देती हैं।

सेना की पूर्वी कमान के पास अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम सेक्टर में एलएसी की देखभाल करने का जिम्मा है। कमान के जनरल ऑफिसर लेफ्टिनेंट जनरल आरपी कलिता ने 27 जनवरी को कोलकाता में ‘मीट द प्रेस’ कार्यक्रम में कहा कि भारत की लगातार सीमा पार होने वाली गतिविधियों पर पैनी नजर है। हम किसी भी तरह की उभरती चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार हैं। सीमावर्ती क्षेत्रों में चीनी सैनिकों की वृद्धि पर आरपी कलिता ने कहा कि इन इलाकों में तैनात चीनी सैनिकों की संख्या का अंदाजा लगाना मुश्किल है, लेकिन इन क्षेत्रों में लगातार और बारीकी से घटनाक्रम की निगरानी कर रहे हैं। मैं देश को आश्वस्त करना चाहता हूं कि युद्ध और शांति दोनों अवसरों पर भारतीय सैनिक पूरी तरह से तैयार है।

सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगे जाने पर कही ये बात
विपक्षी दलों की ओर से सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगे जाने पर उन्होंने कहा कि ये एक राजनीतिक प्रश्न है, इसलिए मैं उस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहूंगा। मुझे लगता है कि राष्ट्र भारतीय सशस्त्र बलों पर भरोसा करता है। सिलीगुड़ी कॉरिडोर की सुरक्षा के लिए किए जा रहे उपायों पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि सिलीगुड़ी कॉरिडोर हमारे लिए भू-रणनीतिक रूप से अत्यंत महत्वपूर्ण है। हमारे सभी तंत्र यह सुनिश्चित करने के लिए मौजूद हैं कि पूर्वोत्तर में कनेक्टिविटी में कोई व्यवधान न हो। उन्होंने कहा कि पीएलए ने 2017 के डोकलाम मुद्दे के बाद अपने क्षेत्र में बुनियादी ढांचा विकास शुरू किया। इसके बाद हमारी तरफ से भी बुनियादी ढांचे का विकास किया गया है, ताकि जरूरत पड़ने पर बेहतर प्रतिक्रिया सुनिश्चित की जा सके।

आने वाली चुनौतियों को लेकर सावधान
लेफ्टिनेंट जनरल कलिता ने कहा कि हम आने वाली परिचालन चुनौतियों के बारे में लगातार विकसित और जागरूक हैं। पूर्वी सेना पूर्वी सीमाओं पर क्षेत्रीय अखंडता को बनाए रखने के लिए जिम्मेदार है और हमारी इकाइयां अत्यंत व्यावसायिकता और समर्पण के साथ तैनात हैं। पूर्वोत्तर में सड़कों का जाल बिछ रहा है। सारी राजधानियां हवाई सेवाओं से जुड़ गई हैं। हर तरफ विकास हो रहा है, इसका लाभ भारतीय सेना को होगा। हमने भारत-चीन सीमा से सटे अरुणाचल-सिक्किम सेक्टर के गांवों को आधुनिक बनाने का फैसला किया है। सिक्किम-अरुणाचल प्रदेश सीमा के पास के गांवों का आधुनिकीकरण किया जा रहा है क्योंकि हम सुरक्षा के मुद्दों के बारे में सोच रहे हैं, ताकि पलायन रोका जा सके।

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