लद्दाख के पैंगोंग लेक के पास उत्तरी और दक्षिणी इलाके से भारत- चीन के बीच डिसइंगेजमेंट पूरा हो गया है। दोनों देशों की सेना विवादित स्थल से पीछे हट गई है। इस बीच एक और बड़ी खबर मिली है। पैंगोंग लेक से डिसइंगेजमेंट के मात्र 48 घंटे के भीतर दोनों देशों के बीच 10वें दौर के कमांडर स्तर की बातचीत की तैयारी की जा रही है।
20 फरवरी को सुबह मोल्डो में दोनों देशों के बीच कमांडर स्तर के 10वें दौर की बैठक होगी। समझा जा रहा है कि इस वार्ता में दोनों देशों के बीच के टकराव के कई मुद्दों पर चर्चा होगी। वार्ता में हॉट स्प्रिंग, गोगरा और 900 वर्ग किलोमीटर के डेपसांग जैसे टकराव के मुद्दों पर चर्चा हो सकती है।
रक्षा मंत्री ने दी थी जानकारी
हाल ही में भारत-चीन के बीच 9वें दौर के कमांडर स्तर की वार्ता 15 घटें तक चली थी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया था कि 9वें दौर के कमांडर स्तर की हुई वार्ता में पैंगोग लेक के इलाके से डिसइंगेजमेंट पर समझौता हुआ है।
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विपक्ष को जवाब देने की तैयारी
इसके साथ ही भारत की मोदी सरकार ने भारत-चीन विवाद पर आक्रामक रुख अपनानेवाले विपक्ष को भी जवाब देने की तैयारी कर ली है। मई या जून में स्थिति के बारे में जानकारी लेने के लिए रक्षा मामलों की संसदीय समिति गलवान घाटी और पूर्वी लद्दाख में पैंगोग लेक का दौरा करेगी।
समिति में राहुल गांधी भी सदस्य
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता जुएल ओराम की अध्यक्षता वाली इस समिति में कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी सदस्य हैं। मिली जानकारी के अनुसार इस दौरे का निर्णय समिति की पिछली बैठक में लिया गया। हालांकि बैठक में राहुल गांधी शामिल नहीं हुए थे। बता दें कि राहुल गांधी इस मामले में सरकार पर सच्चाई छिपाने का आरोप लगाते रहे हैं। इसके साथ ही चीन के साथ सीमा विवाद पर कांग्रेस हमेशा से मोदी सरकार को घेरती रही है।
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जून 2020 की हिंंसक झड़प के बाद बढ़ा तनाव
बता दें कि जून 2020 से दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया हौ। 15 जून की रात पूर्वी लद्दाख में एलएसी के पास गलवान घाटी में दोनों देशों की सेना के बीच हिंसक झड़प हो गई थी। इस झड़प में भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हुए थे। चीन ने इस बारे में पहले कोई जानकारी नहीं दी थी, लेकिन उसने 18 फरवरी को यह माना है कि इस झड़प में उसके चार सैनिक मारे गए थे, जबकि एक जवान की मौत पानी में बहने से हो गई थी।