टल गया बड़ा खतरा! जानिये, कहां गिरा चीनी रॉकेट लॉन्ग 5बी का मलबा

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चीन के अनियंत्रित रॉकेट लॉन्ग 5बी का खतरा टल गया है। इसके मलबे को मालदीव के पास हिंद महासागर में गिरने की खबर है। यह रॉकेट 9 मई को पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश कर गया। उसके बाद मालदीव के पास हिंद महासागर में गिर गया। इसी के साथ इसे धरती पर गिरने का बड़ा खतरा टल गया।

बता दें कि चीन का रॉकेट लॉन्ग 5बी अनियंत्रित हो गया था। बताया जा रहा था कि यह पृथ्वी पर गिर कर तबाही मचा सकता है। लेकिन 21 टन वजन के इस रॉकेट के महासागर में गिरने से बड़ा खतरा टल गया है।

अंतरिक्ष एजेंसी ने दी जानकारी
अंतरिक्ष एजेंसी ने इसकी जानकारी देते हुए लोगों को आश्वसत किया है, कि इसे धरती पर गिरने का बड़ा खतरा टल गया है। साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट के अनुसार इस वजनी रॉकेट का अधिकांश अवेशष पृथ्वी के वायुमंडल में फिर से प्रवेश करने के दौरान ही नष्ट हो गया।

स्पेस में स्टेशन बनाने की कोशिश नाकाम
चीन ने इस रॉकेट की मदद से अंतरिक्ष में बनाए जाने वाले अपने तियांगोंग स्पेस का पहला हि्स्सा भेजा था। इस रॉकेट में 29 अप्रैल को दक्षिण द्वीपक्षीय प्रांत हैनान में विस्फोट हो गया था। इससे पहले पेंटागन ने बताया था कि वह चीन के उस वजनी रॉकेट का पता लगा रहा है, जो अनियंत्रित हो गया है। उसे इस सप्ताह के अंत तक फिर से पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश करने की संभावना है।

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चीन का घमंड टूटा
इस रॉकेट के छोड़े जाने के बाद चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के सेंट्रल पॉलिटिकल और लीगल अफेयर्स कमीशन ने सिना वायबो अकाउंट से फोटो पोस्ट किया था। इसमें तियाना मोड्यूल की एक फोटो थी और दूसरी ओर भारत में कोरोना के कारण जल रही चिताओं को दर्शाया गया था। इसको शीर्षक दिया गया था ‘चाइना लाइटिंग फायर वर्सेस इंडिया लाइटिंग ए फायर’। इसका विश्व में तीव्र तीव्र विरोध हुआ तो पोस्ट को हटा दिया गया।

चीन का यह घमंड लंबा नहीं चला और उसका रॉकेट अनियंत्रित होकर धरती पर दूसरा कहर बरपाने की तैयारी में था। यानी चीनी वायरस से विश्व अपने लोगों के प्राण गंवा रहा है इसी बीच चीन चालबाजों ने नया खतरा दे दिया था।

पहले भी चीनी रॉकेट हुए हैं नाकाम
चीन के लांग मार्च 5बी के इतिहास का इतिहास रहा है। पिछली बार जब इस परियोजना को लॉन्च किया गया था, उस समय भी यह असफल रहा और आकाश से धातु धरती पर गिरी थीं। जिससे आइवरी कोस्ट की इमारतों को क्षति पहुंची थी।

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